नई दिल्ली: चीन के खिलाफ पूरे देश से आवाज उठ रही है. हर हिंदुस्तानी के अंदर अपने 20 सैनिकों की शहादत से आक्रोश है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले ही चीन को सख्त संदेश दे चुके हैं कि हमारे शहीदों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा.
प्रधानमंत्री मोदी ने बुलाई सर्वदलीय बैठक
गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प के बाद वास्तविक नियंत्रण रेखा तनाव बना हुआ है. भारत-चीन सीमा के हालात पर चर्चा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सर्वदलीय वर्चुअल बैठक बुलाई है.
गलवान झड़प पर विपक्ष
राहुल गांधी- सरकार पर सवाल
सोनिया गांधी- सरकार पर सवाल
शिवसेना- सरकार पर सवाल, सेना का अपमान किया
ममता बनर्जी- सरकार और सेना के साथ
मायावती- सरकार के साथ
अखिलेश यादव- सरकार पर सवाल
असदुद्दीन ओवैसी- सरकार पर सवाल
सभी दलों के अध्यक्ष वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़ेंगे
तो आज चीन के खिलाफ एकजुटता का संदेश सर्वदलीय बैठक से जाएगा. आपको बताते हैं कि सर्वदलीय बैठक में कौन-कौन शामिल होगा?
सोनिया गांधी, अध्यक्ष, कांग्रेस
शरद पवार, अध्यक्ष, एनसीपी
मायावती, अध्यक्ष, बीएसपी
नीतीश कुमार, अध्यक्ष, जेडीयू
उद्धव ठाकरे, अध्यक्ष, शिवसेना
ममता बनर्जी, अध्यक्ष, टीएमसी
चिराग पासवान, अध्यक्ष, एलजेपी
एमके स्टालिन, अध्यक्ष, DMK
सीताराम येचुरी, अध्यक्ष, सीपीआई-एम
सुखबीर सिंह बादल, अध्यक्ष, शिरोमणि अकाली दल
चंद्रशेखर राव, अध्यक्ष, टीआरएस
जगन मोहन रेड्डी, अध्यक्ष, YSR कांग्रेस
ये बैठक आज शाम 5 बजे होगी. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पहले ही कह चुकी है कि इस समय वो राष्ट्र के साथ खड़ी हैं और सब मिलकर इस स्थिति से लड़ेंगे.
देशहित में विपक्ष सरकार के साथ या खिलाफ?
एक तरफ जहां पूरा देश एक सुर में भारत-चीन बाय-बाय की राह पर चल रहा है. वहीं सवर्दलीय बैठक से 1 दिन पहले कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने एक बार फिर सरकार पर निशाना साधा.
राहुल गांधी के बयान पर भाजपा का पलटवार
राहुल गांधी के बयान पर बीजेपी ने पलटवार करते हुए कहा है कि ऐसे वक्त में राहुल का ये बयान गैरजिम्मेदाराना है और बहुत ही दुखद है. बीजेपी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर आरोप लगाया है कि 2008 में राहुल गांधी ने चीन की कम्यूनिस्ट पार्टी से एक गुप्त समझौता किया था.
भाजपा ने कहा कि 2008 की मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि कांग्रेस के तत्कालीन महासचिव राहुल गांधी और चीन की सत्ताधारी कम्यूनिस्ट पार्टी के तत्कालीन महासचिव शी जिनपिंग में समझौता हुआ था. समझौते के वक्त सोनिया गांधी भी मौजूद थी. समझौते में दोनों पार्टियों में द्विपक्षीय, क्षेत्रीय, अंतरराष्ट्रीय मामले पर चर्चा की सहमति बनी थी. लेकिन ये समझौता देश की संप्रभुता के खिलाफ था.
शहादत पर एक्शन में सरकार
- विदेश मंत्री एस जयशंकर ने चीन के विदेश मंत्री से बात की
- एस जयशंकर ने चीन के विदेश मंत्री से सख्त लहजे में बात की
- पीएम मोदी, गृह मंत्री, रक्षा मंत्री की अहम बैठक हुई
- रक्षा मंत्री, सेना प्रमुख, CDS, विदेश मंत्री की बैठक हुई
- BSNL और रेलवे ने चीनी कंपनियों के दिए ठेके रद्द किए
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भारत और चीन के बीच तनाव है, ऐसे वक्त में सर्वदलीय बैठक से चीन के खिलाफ सख्त और एकजुट संदेश जाना चाहिए कि देश का हर एक राजनीतिक दल चीन के धोखे के खिलाफ है और सरकार के साथ है.
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