नई दिल्ली: जगत प्रकाश नड्डा को भारतीय जनता पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुन लिया गया है. यानी भाजपा के नए नेतृत्वकर्ता जेपी नड्डा हैं. लेकिन भाजपा हमेशा से ही कार्यकर्ताओं की पार्टी के तौर पर जानी जाती है. यही वजह है कि 1980 के बाद से भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने अपनी शुरुआत जमीन से की. आपको भाजपा के सभी राष्ट्रीय अध्यक्ष और उनके कार्यकाल से रूबरू करवाते हैं.
बीजेपी अध्यक्ष और उनका कार्यकाल
अटल बिहारी वाजपेयी
1980-1986
अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर 1924 तो मध्यप्रदेश के ग्वालियर में हुआ था. वो एक सामान्य परिवार से नाता रखते थे. उन्होंने अपने करियर की शुरुआत एक पत्रकार के तौर पर किया था. राष्ट्रप्रेम और सेवा की भावना उनकी ताकत थी. उन्होंने जनसंघ, भारतीय जनसंघ के अध्यक्ष और संसदीय पार्टी के नेता का दायित्व संभाला था. साल 1980 में भाजपा की स्थापना के समय वो पहले अध्यक्ष चुने गए.
लालकृष्ण आडवाणी
1986-1991
1993-1998
2004-2005
लालकृष्ण आडवाणी का जन्म 8 नवंबर 1927 को सिन्ध प्रान्त (पाकिस्तान) में हुआ था. महज 14 साल की उम्र में उन्होंने अपना जीवन देश के नाम कर दिया. आडवाणी ने साल 1947 में आजादी का जश्न नहीं मना पाया. इसके पीछे की वजह ये थी कि आजादी के कुछ ही घंटों बाद उन्हें अपना घर छोड़कर भारत रवाना होना पड़ा था. आडवाणी वो शख्स हैं जो सबसे ज्यादा समय तक पार्टी के अध्यक्ष बने रहे हैं. उन्होंने तीन बार भाजपा अध्यक्ष पद संभाला.
डॉ मुरली मनोहर जोशी
1991-1993
डॉ. मुरली मनोहर जोशी का जन्म 5 जनवरी 1934 को हुआ था. महज 10 साल की उम्र में वो RSS से जुड़ गए थे. इसके बाद 1949 में वो ABVP और 1957 में जनसंघ में शामिल हुए थे. 1991 से 1993 तक उन्होंने भाजपा का नेतृत्व किया.
कुशाभाऊ ठाकरे
1998-2000
कुशाभाऊ ठाकरे का जन्म 15 अगस्त 1922 में मध्य प्रदेश के धार इलाके में हुआ था. 1942 में वो संघ से जुड़े थे. उन्होंने जनसंघ, जनता पार्टी और भारतीय जनता पार्टी में एक कार्यकर्ता के रूप में शुरुआत की थी. उन्हें साल 1998 में भाजपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया था.
बंगारू लक्ष्मण
2000-01
बंगारू लक्ष्मण का जन्म 17 मार्च 1939 को हैदराबाद, आन्ध्र प्रदेश में हुआ था. 1951 में वो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में शामिल हो गए थे. दो सरकारी नौकरियां छोड़कर वो भाजपा में कई अहम पद पर नियुक्त हुए. और साल 2000 में उन्हें राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया.
के. जना कृष्णमूर्ति
2001-02
के. जना कृष्णमूर्ति का जन्म 24 मई 1928 को तमिलनाडु के मदुरई में हुआ था. उन्होंने 1965 में सफल वकालत की प्रैक्टिस छोड़ दी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़कर राष्ट्र सेवा का व्रत लिया. 1983 में राष्ट्रीय महामंत्री बने और उन्होंने पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष का कार्यभार संभाला. 14 मार्च 2001 को वो भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने गए.
वेंकैया नायडू
2002-04
मुप्पावारापु वेंकैया नायडू का जन्म 1 जुलाई 1949 को आंध्र प्रदेश के एक छोटे से गांव चावाटापलेम के एक सामान्य किसान परिवार में हुआ था. 1973-74 में वो आंध्र विश्वविद्यालय के छात्र संघ अध्यक्ष चुने गए. इसके बाद वो भाजपा के कई अहम पद पर काम किए. 1 जुलाई 2002 को उन्हें भाजपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया.
नितिन गडकरी
2010-13
नितिन गडकरी का जन्म महाराष्ट्र के नागपुर शहर के एक मध्यवर्गीय किसान परिवार में हुआ था. उन्होंने ABVP के नेता के तौर पर राजनीति में प्रवेश किया. उसके बाद वो भाजपा के युवा मार्चा में शामिल हो गए. उन्होंने भाजपा के कई पदों पर कार्य किया. महाराष्ट्र में वो 1995 से 1999 तक PWD मंत्री भी रहे. साल 2010 में उनको पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष नियुक्त किया गया.
राजनाथ सिंह
2005-09
2013-14
10 जुलाई 1951 को उत्तर प्रदेश के चंदौली जिला में राजनाथ सिंह का जन्म एक सामान्य परिवार में हुआ था. गांव से प्रारंभिक शिक्षा पूरी करने के बाद उन्होंने मिर्जापुर जिले के ड्रिग्री कॉलेज से भौतिक विज्ञान में MSc. किया. इस बीच वो भाजपा से जुड़े और कई अहम जिम्मेदारियों का निर्वहन किया. भाजपा सरकार में मंत्री और वो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री भी बने. इसके बाद साल 2005 में वो पहली बार भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने गए. उन्होंने दूसरी बार 2013 में फिर से ये पद संभाला और केंद्र में 10 साल बाद भाजपा की वापसी हुई.
अमित शाह
2014-2020
अमित शाह का जन्म 1964 में मुंबई के एक गुजराती परिवार में हुआ. वह 1984-85 में पार्टी के सदस्य बने. उन्हें अहमदाबाद के नारणपुरा वार्ड में पोल एजेंट का दायित्व सैंपा गया. इसके बाद वो इसी वार्ड के सचिव बनाए गए. अमित शाह नारणापुरा विधानसभा सीट से लगातार 5 बार विधायक चुने गए और गुजरात के गृह मंत्री के रूप में काम किया. साल 2014 में उन्हें पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष नियुक्त किया गया.
जगत प्रकाश नड्डा
20-01-2020 से
रिकॉर्ड बताता है कि BJP अध्यक्ष पद के लिए सबसे योग्य हैं जेपी नड्डा
संसद में बीजेपी की ताकत
वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी की स्थिति काफी मजबूत है. लोकसभा में भाजपा के 303 सांसद मौजूद हैं. आपको बता दें, लोकसभा में कुल 543 सदस्य होते हैं. वहीं राज्यसभा 240 सदस्यों में भाजपा के कुल 83 सांसद हैं.