राज्यसभा में बोले अमित शाह, इस बिल से मुस्लिमों को चिंता करने की जरूरत नहीं

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में कहा कि मैं एक ऐतिहासिक बिल लेकर आया हूं, इस बिल के जो प्रावधान हैं उससे लाखों-करोड़ों लोगों को फायदा होगा. अफगानिस्तान, पाकिस्तान, बांग्लादेश में जो अल्पसंख्यक रहते थे, उन्हें वहां पर समानता का अधिकार नहीं मिला.  

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Dec 11, 2019, 12:45 PM IST
    • दिन पर दिन पाकिस्तान में घट रहे अल्पसंख्यक: अमित शाह
    • अमित शाह ने राज्यसभा में नागरिकता संशोधन बिल पेश कर दिया
    • देश के मुस्लिमों का इससे कोई मतलब नहीं
    • सुनहरे अक्षरों में लिखा जाएगा ये विधेयक: पीएम
 राज्यसभा में बोले अमित शाह, इस बिल से मुस्लिमों को चिंता करने की जरूरत नहीं

दिल्ली: गृहमंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में नागरिकता संशोधन बिल पेश कर दिया है. अपने भाषण में उन्होंने इसे आशा की किरण बताया. इस बिल से शरणार्थियों के ऊपर से घुसपैठिया का केस खत्म होगा. इस देश के मुस्लिमों का इससे कोई मतलब नहीं है. वो भारत के नागरिक थे, हैं और रहेंगे.

'दिन पर दिन पाकिस्तान में घट रहे अल्पसंख्यक'

गृहमंत्री ने कहा कि पाकिस्तान में पहले 20 फीसदी अल्पसंख्यक थे, लेकिन आज 3 फीसदी ही बचे हैं. इस बिल के जरिए हिंदू, जैन, सिख, बौद्ध, ईसाई, पारसी शरणार्थियों को रियातत मिलेगी. वहां उन पर ऐसे अत्याचार हुए जिन्हें देखकर ही रूह कांप जाती है. मानवीय दृष्टि से ये बिल अहम है.

राहुल गांधी ने ट्वीट करके बिल का किया विरोध

एक ट्वीट में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि यह बिल सरकार का पूर्वोत्तर के लोगों, उनके जीने के तरीके और भारत के विचार पर आपराधिक हमला है. बता दें कि राज्यसभा में बिल पर बहस के दौरान विपक्ष की ओर से कांग्रेस के कपिल सिब्बल, तृणमूल के डेरेक ओ’ब्रायन और सपा के रामगोपाल यादव समेत अन्य नेता अपनी बात रखेंगे.

सुनहरे अक्षरों में लिखा जाएगा ये विधेयक: पीएम

भाजपा संसदीय दल की बैठक के बाद संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी ने बताया, पीएम मोदी ने कहा कि धर्म के आधार पर सताए गए लोगों के लिए नागरिकता संशोधन विधेयक को सुनहरे अक्षरों में लिखा जाएगा. इससे निरीह और प्रताड़ितों को राहत मिलेगी.यह बिल धर्म के नाम पर पीड़ित लोगों के लिए स्वर्ण अक्षरों में दर्ज होगा.

लोकसभा से पारित हो चुका है बिल

आपके बता दें कि लोकसभा में विधेयक पर सोमवार को करीब 14 घंटे तक बहस हुई थी। इसके पक्ष में 311 और विपक्ष में 80 वोट पड़े थे. जदयू समेत कई दल इस बिल के समर्थन में हैं और कांग्रेस सहित कई विपक्षी दल इसे देश की धर्मनिरपेक्षता के लिये खतरा बता रहे हैं. कांग्रेस इस बिल के विरोध में आज देशव्यापी प्रदर्शन करेगी.

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