नई दिल्ली: कोरोना देश के कई राज्यों में पांव पसार रहा है. संक्रमण बढ़ने की रफ्तार ने चिंता बढ़ा दी है. लॉकडाउन में लोग भले ही अपने घरों में हैं लेकिन महामारी के बढ़ते मामलों ने उन्हें भी बेचैन कर दिया है.
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव की राज्य को चिट्ठी
हर दिन बदलते हालात पर सरकार की नजर है. केंद्र सरकार ने राज्यों को अलर्ट किया है कि वो कोरोना की वजह से हालात बिगड़ने पर उससे निपटने के लिये तैयार रहें. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने सभी राज्य सरकारों को चिट्ठी लिखी है.
इस चिट्ठी में स्वास्थ्य सेवाएं दुरस्त रखने के निर्देश ताकि संक्रमण बढ़ने पर इससे निपटा जा सके. जो मरीज कोरोना संक्रमित नहीं हैं, उनकी अनदेखी न करने के भी निर्देश दिए गए हैं. देश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 30 हज़ार के करीब पहुंच गई है.
भारत में कोरोना का क्या है हाल?
देश में अब तक कुल 31 हज़ार 332 कोरोना संक्रमित मरीज है. कोरोना संक्रमण से अब तक 1007 लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि, वायरस से संक्रमित 7 हजार 696 मरीज मरीज ठीक हो चुके हैं. पिछले 24 घंटों में कोरोना के करीब 1600 नए केस आए हैं. पिछले 24 घंटों के दौरान 50 से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं.
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक कोरोना से 20 सबसे ज्यादा प्रभावित देशों में भारत की तुलना में 80 प्रतिशत ज्यादा मामले सामने आए हैं. साथ ही इन देशों में भारत से दो सौ गुना ज्यादा मौतें हो रही हैं. स्वास्थ मंत्रालय का कहना है कि देश में 23 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों में कोरोना संक्रमण ठीक हो गया है.
प्लाज़्मा थेरेपी पर स्वास्थ्य मंत्रालय
कोरोना वायरस के इलाज में प्लाज़्मा थेरेपी को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय ने अलर्ट किया है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि प्लाज़्मा थेरेपी को प्रामाणिक न माना जाए, अभी इस पर ट्रायल जारी है.
स्वास्थ्य मंत्रालय के अलावा इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च ने भी बयान जारी करके कहा है कि अभी तक प्लाज्मा थेरपी के बारे में हम किसी ठोस नतीजे तक नहीं पहुंचे हैं. कोविड-19 से पीड़ित व्यक्ति को ये इलाज देना अभी ठीक नहीं होगा. यूएस फूड एंड ड्रग एडमिन भी इसे प्रयोग के रूप में देख रहा है.
तो कब आएगा बोर्ड का रिजल्ट?
लॉकडाउन के बीच मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने राज्यों के शिक्षा मंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस में कहा है कि राज्य अपने यहां CBSE को छात्रों की कॉपी चेक करने की सुविधा दे. केंद्र ने मिड डे मील की आवंटन राशि 11% बढ़ाकर 8100 करोड़ रुपए कर दी है.
इसे भी पढ़ें: भारत में कोरोना काल का सबसे बड़ा समाधान: बड़ी खुशखबरी
दिल्ली सरकार ने CBSE बोर्ड की बची हुई परीक्षाएं कराने से इनकार किया है. दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्वीट करके कहा है कि CBSE की 10 और 12वीं की बची हुई परीक्षाएं कराना अभी संभव नहीं है. कोरोना संकट के बीच सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार से 'वन नेशन, वन राशन कार्ड' योजना को लागू करने पर विचार करने को कहा है.
इसे भी पढ़ें: करतूतों से बाज नहीं आ रहा है PAK, 'सीक्रेट आतंकी किताब' का खुलासा
इसे भी पढ़ें: क्या आज 29 अप्रैल को खतम होने वाली है दुनिया?