देहरादून: अग्निपथ योजना के विरोध में मेरठ- दिल्ली एक्सप्रेस वे पर युवाओं के जाम लगाने से उत्तराखंड रोडवेज की नान स्टाप वाल्वो बसें फंस गई. हाईवे के दोनों तरफ एक दर्जन से अधिक नान स्टाप बसें जाम में फंसी हुई हैं. चालकों ने डिपो एजीएम को फोन कर इसकी सूचना दी है. एजीएम ने आदेश दिये हैं कि बसें सुरक्षित स्थान पर लगाई जाएं. उपद्रव की स्थिति में जबरन बस संचालन ना किया जाए.
अग्निपथ योजना के विरोध में सोमवार को भारत बंद के इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हो रहे संदेश को लेकर उत्तराखंड पुलिस सतर्क हो गई है. प्रदेशभर के रेलवे स्टेशन, बस अड्डों समेत अन्य संवेदनशील स्थानों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने सभी जिलों के प्रभारियों को सजग रहने के निर्देश जारी किए हैं. रविवार को इंटरनेट मीडिया पर एक पोस्ट तेजी से प्रसारित हुआ. पोस्टर में भारत बंद, बायकाट अग्निपथ और युवाओं से दिल्ली पहुंचने की अपील की गई है. वहीं युवाओं की ओर से इस पोस्ट पर प्रतिक्रिया सामने आ रही है. इसका पुलिस ने भी संज्ञान लिया है. पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने बताया कि इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हो रही पोस्ट को देखते हुए सभी जिलों को सतर्क कर दिया गया है. हालांकि बंद का आह्वान किसी संगठन या दल की ओर से नहीं किया गया है.
भारत बंद के चलते उत्तराखंड में जारी किया गया अलर्ट
अग्निपथ भर्ती योजना के खिलाफ आक्रोश बढ़ता जा रहा है. आज 20 जून सोमवार को भारत बंद के एलान के चलते उत्तराखंड में भी अलर्ट जारी किया गया है. रविवार को रुड़की नारसन क्षेत्र में युवाओं के अग्निपथ के विरोध में प्रदर्शन को लेकर पुलिस और प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट रहा. नारसन चौकी से लेकर मंगलौर गुड़ मंडी पर पुलिस का कड़ा पहरा रहा. वहीं, पुलिस ने नारसन क्षेत्र के कई गांवों में फ्लैग मार्च निकालकर प्रदर्शन न करने की चेतावनी दी. पुलिस की सख्ती के बाद युवाओं ने कोई प्रदर्शन और बैठक नहीं की.
अग्निपथ भर्ती योजना के खिलाफ टनकपुर में युवाओं का प्रदर्शन जारी है. वहीं योजना के विरोध में आज 20 जून को चंपावत में प्रस्तावित विरोध प्रदर्शन की पुलिस ने इजाजत नहीं दी है. उधर, अग्निपथ योजना को लेकर देशभर में रेलवे स्टेशनों पर हो आंदोलन और आगजनी की घटना को देखते हुए योगनगरी ऋषिकेश रेलवे स्टेशन पर चप्पे-चप्पे पर आरपीएफ (रेलवे पुलिस फोर्स) और जीआरपी (राजकीय रेलवे पुलिस) के जवानों को तैनात कर दिया गया है.
युवाओं से की गई प्रदर्शन न करने की अपील
स्टेशन पर हाई अलर्ट जारी कर अतिरिक्त फोर्स लगाई गई है. रुड़की में मंडल सुरक्षा आयुक्त मनोज कुमार ने बताया कि थानाध्यक्षों को अलर्ट कर दिया गया है. रुड़की रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा के लिहाज से पुलिस बल तैनात कर दिया गया है. रेलवे लाइनों एवं ट्रैक पर कड़ी नजर रखी जा रही है. रेलवे पुलों पर भी सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है. कोतवाली प्रभारी राजीव रौथाण ने बताया कि नारसन कस्बे और कई गांवों में सुरक्षा की ²ष्टि से फ्लैग मार्च निकाला गया है. युवाओं से अपील की जा रही है कि वह प्रदर्शन न करें. इस दौरान नारसन चौकी प्रभारी बृजपाल सिंह, एसआई दिनेश पंवार, जगत सिंह, भास्कर, सोभन, शुभम आदि मौजूद रहे.प्रभारी निरीक्षक आरपीएफ ऋषिकेश अनिल कुमार ने बताया कि योगनगरी रेलवे स्टेशन और ऋषिकेश रेलवे स्टेशन के अंदर प्लेटफार्म और बाहर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. हर आने जाने वाले युवाओं पर नजर रखी जा रही है. सभी जवानों को अलर्ट पर रखा गया है.
कांग्रेस और आप ने भी किया विरोध-प्रदर्शन
देहरादून के एसएसपी जन्मेजय खंडूड़ी ने बताया कि भारत बंद की पोस्ट और राजनीतिक दलों के प्रदर्शन को देखते हुए नगर को 10 जोन और 21 सेक्टर में बांटा गया है. सभी संवेदनशील स्थानों पर पुलिस बल की तैनाती की गई है. सभी मार्गों पर पेट्रोलिंग की जा रही है. सेना में भर्ती के लिए केंद्र सरकार की नई योजना अग्निपथ के विरोध में उत्तराखंड में प्रदर्शन का क्रम रविवार को चौथे दिन भी जारी रहा. आम आदमी पार्टी (आप) के कार्यकर्ताओं ने सभी जिला मुख्यालयों में विरोध-प्रदर्शन किया और देहरादून स्थित लैंसडौन चौक पर केंद्र सरकार का पुतला दहन किया. दूसरी तरफ, पौड़ी जिले के कोटद्वार में युवा कांग्रेस ने प्रदर्शन किया. वहीं, कुमाऊं में हल्द्वानी, नैनीताल, टनकपुर आदि में भी प्रदर्शन जारी रहे.
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