योगी सरकार का बड़ा फैसला, लखनऊ में बनेगी देश की पहली नाइट सफारी

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सिंगापुर की तर्ज पर देश का पहला नाइट सफारी और जैव विविधता पार्क बनने जा रहा है. देश में 13 ओपन डे सफारी हैं, लेकिन एक भी नाइट सफारी नहीं है. मुख्यमंत्री योगी की अध्यक्षता में लोकभवन में मंगलवार को हुई कैबिनेट बैठक में यह बड़ा फैसला लिया गया.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Aug 16, 2022, 09:17 PM IST
  • 150 एकड़ में बनाया जाएगा प्राणी उद्यान
  • ईको टूरिज्म को बढ़ावा देने का है प्रयास
योगी सरकार का बड़ा फैसला, लखनऊ में बनेगी देश की पहली नाइट सफारी

नई दिल्लीः उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सिंगापुर की तर्ज पर देश का पहला नाइट सफारी और जैव विविधता पार्क बनने जा रहा है. देश में 13 ओपन डे सफारी हैं, लेकिन एक भी नाइट सफारी नहीं है. मुख्यमंत्री योगी की अध्यक्षता में लोकभवन में मंगलवार को हुई कैबिनेट बैठक में यह बड़ा फैसला लिया गया.

150 एकड़ में बनाया जाएगा प्राणी उद्यान
इस बारे में पर्यटन और संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि सिंगापुर की विश्व की पहली नाइट सफारी की तर्ज पर 2027.46 हेक्टेयर क्षेत्रफल में फैले कुकरैल वन क्षेत्र में 350 एकड़ में नाइट सफारी विकसित की जाएगी और 150 एकड़ में प्राणी उद्यान बनाया जाएगा. विश्व स्तरीय सुविधाओं के तहत नाइट सफारी में स्थानीय गाइड के साथ ट्रेन की सवारी और जीप की सवारी भी की जा सकेगी. इसके अलावा कैनोपी वाक, कैंपिंग गतिविधि, माउंटेन बाइक ट्रैक, ट्री टॉप रेस्टोरेंट, नेचर ट्रेल और फूड कोर्ट आदि सुविधाएं विकसित की जाएंगी.

बाड़े में नहीं रखे जाएंगे वन्य जीव
नाइट सफारी में भव्य प्रवेश द्वार, व्याख्या केंद्र, बटरफ्लाई इंटरप्रिटेशन सेंटर बनाया जाएगा. इसके अलावा 75 एकड़ में तेंदुआ सफारी, 60 एकड़ में भालू सफारी और 75 एकड़ में टाइगर सफारी बनाने की योजना है. वन्य जीव बाड़े में न रखकर खुले आकाश में केटल ग्रिड में रखे जाएंगे. यह केवल रात में खुलेगा. 

सफारी में रात में जानवरों के लिए चंद्रमा की रोशनी की नकल करते हुए मंद प्रकाश की व्यवस्था की जाएगी. दिन में पर्यटकों के लिए आधुनिक थीम पार्क बनाया जाएगा.

चार लेन मार्गों को किया जाएगा निर्माण
प्राणि उद्यान और नाइट सफारी की स्थापना में मौजूदा वनस्पति और जीवों को यथासंभव प्रभावित न करते हुए, अधिक से अधिक ऐसे खुले क्षेत्र, जो वर्तमान में इस्तेमाल में नहीं हैं, उनका ही प्रयोग किया जाएगा. कुकरैल वन क्षेत्र जहां-जहां बाहरी क्षेत्र और मार्ग से जुड़ा है, वहां चार लेन के मार्गों का निर्माण किया जाएगा, जिससे वहां आने वाले पर्यटकों को कोई असुविधा न हो.

विश्वस्तरीय सुविधाएं कराई जाएंगी उपलब्ध
प्राणि उद्यान और नाइट सफारी की स्थापना के लिए मुख्य सचिव के स्तर पर बैठक कराकर इसकी प्रक्रिया का निर्धारण जल्द कराया जाएगा. कुकरैल नदी को चैनलाइज कर आकर्षक रिवर फ्रंट के रूप में विकसित किया जाएगा. प्राणि उद्यान और कुकरैल नाइट सफारी में पर्यटकों के लिए विश्वस्तरीय सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी.

ईको टूरिज्म को बढ़ावा देने का है प्रयास
योगी प्रदेश में ईको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए सतत प्रयासरत रहे हैं. इसका नतीजा है कि देश की पहली नाइट सफारी मूर्त रूप लेने जा रही है. वर्तमान में कुकरैल वन क्षेत्र में एक घड़ियाल प्रजनन केंद्र, चिल्ड्रन पार्क और एक वन विश्राम गृह है. इस क्षेत्र को नाइट सफारी और जैव-विविधता पार्क में परिवर्तित करने से पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा. साथ ही यह सामान्य रूप से देश और विशेष रूप से प्रदेश के लोगों को विश्व स्तरीय ईको-पर्यटन की सुविधा देगा.

यह भी पढ़िएः श्रीकांत त्यागी ने जिस महिला को दी थी गाली, उन्होंने कहा- मोदी-योगी पर है भरोसा

 

Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.  

ट्रेंडिंग न्यूज़