क्या अपने पति राजीव गांधी की तरह सोनिया हैं दिल्ली को दहलाने की वजह?

देश की राजधानी दिल्ली को दो बार भयंकर तरीके से दहलाने की साजिश रची गई. एक 1984 दंगे और दूसरी बार अब, जब CAA विरोध की आड़ में दंगा भड़काया गया. 84 में जिस प्रकार राजीव गांधी ने बयानबाजी से लोगों को उकसाया, वैसे ही सोनिया-प्रियंका-राहुल ने लोगों को इस दंगे के लिए भड़काया. कांग्रेस पर ये आरोप भाजपा लगा रही है.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Feb 27, 2020, 05:12 PM IST
    1. BJP ने कांग्रेस पर लगाए संगीन इल्जाम
    2. सोनिया-प्रियंका-राहुल पर लोगों को उकसाने का आरोप
    3. 84 दंगे पर राजीव गांधी के बयान की दिलाई याद
    4. ताहिर हुसैन को लेकर AAP को सुनाई खरी-खोटी
क्या अपने पति राजीव गांधी की तरह सोनिया हैं दिल्ली को दहलाने की वजह?

नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में दंगे की आग कुछ यूं फैलाई गई कि हर को त्राहिमाम कर रहा है. इस बीच भाजपा ने कांग्रेस पार्टी के तीन बड़े नेताओं के उन बयानों को याद दिलाया और ये आरोप लगाया कि इसके जरिए दिल्ली में 1984 के सिख विरोधी दंगे की तरह हिंसा फैलाई गई. दिल्ली दंगों पर भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस पर संगीन इल्जाम लगाए हैं. भाजपा ने सोनिया-प्रियंका-राहुल पर लोगों को उकसाने का आरोप लगाया है. जावड़ेकर ने कहा है कि "2 महीने पहले से हिंसा के लिए भड़काया गया."

राजीव गांधी के बयान की दिलाई याद

दिल्ली हिंसा पर केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर का सोनिया गांधी पर गंभीर आरोप लगाए. प्रकाश जावड़ेकर ने राजीव गांधी के बयान का जिक्र कर सोनिया को घेरा और कहा कि "1984 में जैसा राजीव गांधी ने बयान दिया सोनिया वैसे ही बयान दे रहे हैं." उन्होंने ये भी कहा कि किसी की नागरिकता नहीं जानी है, ये जानते हुए भी जान बूझकर ऐसी गलत बयानी और डर पैदा करना ही इसकी पृष्ठभूमि है. उकसाने का काम वहीं से शुरू हुआ.

भाजपा ने सोनिया की पुराने बयान को याद दिलाते हुए कहा कि "14 दिसंबर को रामलीला मैदान में सोनिया जी ने कहा कि ये आर-पार की लड़ाई है, फैसला लेना पड़ेगा इस पार या उस पार. प्रियंका ने कहा कि लाखों को बंदी बनाया जायेगा, जो नहीं लड़ेगा वो कायर कहलाएगा. राहुल गांधी ने कहा कि आप डरो मत कांग्रेस आपके साथ है."

आम आदमी पार्टी को सुनाई खरी-खोटी

प्रकाश जावड़ेकर ने पूछा कि ताहिर हुसैन के घर हथियार मिलने पर AAP और कांग्रेस चुप क्यों है? जिन्होंने भी दिल्ली में हिंसा की साज़िश रची जल्द बेनकाब होंगे. राहुल गांधी ने CAA के बहाने लोगों को उकसाने का काम किया है.

इसके साथ ही उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि "दिल्ली के मुख्यमंत्री दंगाग्रस्त क्षेत्रों में जाने की बजाय विधानसभा में इन दंगों में मरने वालों का मजहब बता रहे हैं." दिल्ली में दंगे पर सियासी पारा गरम होता जा रहा है. ऐसे में कांग्रेस पार्टी जहां, भाजपा और केंद्र सरकार पर हमला बोल रही है तो भाजपा ने भी कांग्रेस पार्टी पर पलटवार किया है. साथ ही आम आदमी पार्टी को भी ताहिर हुसैन के मामले पर लगाड़ लगाई है.

कांग्रेस ने राष्ट्रपति से की मुलाकात

कांग्रेस के अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के नेतृत्व में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने आज राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद से मुलाकात की.

राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपने के बाद सोनिया गांधी ने मीडिया से कहा, "हम आपसे (राष्ट्रपति) आह्वान करते हैं कि यह सुनिश्चित करें कि नागरिकों की जीवन, स्वतंत्रता और संपत्ति संरक्षित है. हम यह भी दोहराते हैं कि हिंसा में शामिल होने की अक्षमता के लिए आपको तुरंत गृह मंत्री को हटाने के लिए कहना चाहिए.

इसे भी पढ़ें: 'दंगा फैक्ट्री' का सरदार है AAP पार्षद ताहिर हुसैन, यहां पढ़ें उसके 4 झूठ

वहीं दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी अपने नेता ताहिर हुसैन की खुलकर बचाव कर रही है. AAP सियासत के खातिर हर बार दोहरा चरित्र अपना लेती है. तभी शायद वो खुले तौर पर दंगा फैक्ट्री के सरदार ताहिर हुसैन को बचाने में जुटी हुई है.

इसे भी पढ़ें: बुरे फंसे ताहिर, अब चांद बाग के नाले में शव फेंकने का वीडियो सामने आया

इसे भी पढ़ें: दंगों की आग ने दिल्ली को झुलसाया, इन 9 बड़े सवालों के जवाब जानिए

ट्रेंडिंग न्यूज़