भारतीय नौसेना में शामिल होगा P-8i बोइंग, जल-थल-नभ में भारत की 'जय हो'

हिन्दुस्तान ने ये ठान ली है कि जो जिस भाषा में बात समझेगा उसे उसी भाषा में समझाई जाएगी. हिंद महासागर में चीन को सबक सिखाने के लिए भारत ने तैयारी कर ली है..

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jul 21, 2020, 05:23 PM IST
    • जल-थल-नभ में भारत की 'जय हो'
    • नौसेना का 'ब्रह्मास्त्र' P-8i बोइंग
    • हार्पून मिसाइल दुश्मन का 'काल'
भारतीय नौसेना में शामिल होगा P-8i बोइंग, जल-थल-नभ में भारत की 'जय हो'

नई दिल्ली: चालबाज चीन को हर मोर्चे पर जोरदार तमाचा खाना पड़ रहा है. थल और नभ के साथ-साथ अब जल में भी चमगादड़ चीन की घेराबंदी तेज हो चुकी है. चीन को ये समझ लेना चाहिए कि किसी भी स्थिति में उसे मुंह की ही खानी पड़ेगी.

जल-थल-नभ में भारत की 'जय हो'

- हिंद महासागर में चीन को सबक सिखाने के लिए भारत की तैयारी
- हार्पून मिसाइल से लैस जगुआर समंदर की निगरानी करेगा
- हिंद महासागर में हाफ स्क्वाड्रन की तैनाती की गई
- 2021 में चार P-8i बोइंग नौसेना में शामिल होगा
- P-8i बोइंग समुद्र की निगरानी करने में माहिर
- गहरे पानी में भी पनडुब्बियों को नष्ट करने में सक्षम
- 2000 किमी उड़ान भरने की क्षमता से समुद्री सीमा अभेद्य 

हिंद महासागर में चीन के खिलाफ भारत की बड़ी तैयारी हो चुकी है. क्योंकि भारत ने ये फैसला किया है कि हिन्दुस्तान हार्पून मिसाइल से लैस जगुआर समंदर की निगरानी करेगा. नौसेना के बेड़े में अगले साल चार P-8i बोइंग शामिल हो सकता है.

आपको बता दें, P-8i बोइंग समंदर की निगरानी करने और पनडुब्बियों को तबाह करने में सक्षम है.

आपको बताते है कि समंदर के दो महायोद्धा को कौन कौन हैं? P8i विमान.. जो बेहद खतरनाक, समंदर का रक्षक और दुश्कन के पनडुब्बियों का काल है. वहीं, जगुआर विमान जो घाटक हार्पून मिसाइल से लैस हैं और सेकेंडों में जंगी जहाजों को ध्वस्त कर सकता है.

खबर ये है कि हिंद महासागर में भारत की बड़ी तैयारी, इसका मतलब ये है कि चीन के घुसपैठ की हर कोशिश नाकाम होगी

खबर ये है कि हार्पून मिसाइल से लैस जगुआर समंदर की निगरानी करेगा, इसका मतलब ये है कि घुसपैठ की कोशिश के दौरान ही दुश्मनों का खात्मा होगा

खबर ये है कि हिंद महासागर में हाफ स्क्वाड्रन की तैनाती की गई, इसका मतलब ये है कि चीन के खिलाफ भारत की बड़ी तैयारी है

खबर ये है कि 2021 में चार P-8i बोइंग नौसेना में शामिल होगा इसका मतलब ये है कि बेहद खतरनाक, पनडुब्बी को नष्ट करने में माहिर है

हिंद महासागर में चीन की कब-कब घुसपैठ?

अक्टूबर 2017- चीनी पनडुब्बी देखी गई
अक्टूबर 2018- चीन ने पनडुब्बी को तैनात किया
सितंबर 2019- अंडमान में चीन का जहाज देखा गया
दिसंबर 2019- चीन के 3 सैन्य जहाज ट्रैक किए गए

नौसेना का 'ब्रह्मास्त्र' P-8i बोइंग की ताकत

आपको नौसेना के ब्रह्मास्त्र P-8i बोइंस की खासियत से रूबरू करवाते हैं, P8i समंदर में निगरानी करनेवाला विमान है. जो 2000Km नॉनस्टॉप उड़ान भर सकता है. आपको बता दें, P8i 907Km/h की रफ्तार से उड़ता है, ये विमान  जो हार्पून मिसाइल, डेप्थ चार्ज से लैस है. दुश्मन की पनडुब्बियों को तबाह कर सकता है.

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P-8i पनडुब्बियों पर टॉरपीडो भी छोड़ सकता है, साथ ही अपने साथ 129 सोनोबॉय को ले जा सकता है. सोनोबॉय पनडुब्बियों को पता लगाता है. एंटी शिप मिसाइल दागने में भी सक्षम है. नौसेना में चार घातक P-8i बोइंग शामिल होंगे. 2021 में नौसेना में शामिल होने की संभावना है.

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