चीन पाकिस्तान हो जाएं होशियार, आसमान से नजर रखेगा भारत का हथियार

भारत ने श्रीहरिकोटा से कार्टोसैट-3 सैटेलाइट लांच कर दिया है. यह धरती से 509 किलोमीटर उपर चक्कर काटते हमारी सेना को दुश्मनों की हर गतिविधि के बारे में जानकारी देगा. चंद्रयान के बाद यह इसरो का सबसे बड़ा मिशन है. 

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Dec 12, 2019, 01:09 PM IST
    • दुश्मन पर आसमान से नजर रखेगा भारत
    • कोटासैट-3 हुआ लांच
    • दुनिया के सबसे शक्तिशाली कैमरे से लैस है कोटासैट-3
चीन पाकिस्तान हो जाएं होशियार, आसमान से नजर रखेगा भारत का हथियार

नई दिल्ली: कार्टोसैट-3(Cartosat-3) को पहले 25 नवंबर को ही लांच किया जाना था. लेकिन बाद में इसकी लांच की तारीख दो दिन बढ़ा दी गई. इसे श्रीहरिकोटा का सतीश धवन स्पेस सेंटर से लांच किया गया है. 

भारतीय सीमा को सुरक्षित करेगा कार्टोसैट


कार्टोसैट-3(Cartosat-3) के लांच होने के बाद हमारे देश की सीमाएं अतिसुरक्षित हो गई हैं. क्योंकि इसकी मदद से भारतीय सेनाएं पाकिस्तान की नापाक हरकत और उनकी आतंकी गतिविधियों पर बाज जैसी पैनी निगाहों से नजर रख पाएंगी. 

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दुनिया के सबसे शक्तिशाली कैमरों से लैस है कार्टोसैट
कार्टोसैट इतने शक्तिशाली कैमरों से लैस है कि यह आपके हाथ में बंधी घड़ी का समय तक रिकॉर्ड कर सकता है. यह अपनी सीरीज का नौवां सैटेलाइट है. 

कार्टोसैट-3 जमीन पर 9.84 इंच की ऊंचाई तक की स्पष्ट तस्वीर लेने में सक्षम है. इसमें दुनिया का सबसे ताकतवर सैटेलाइट कैमरा लगा हुआ है. इतना सटीक परिणाम देने वाला कैमरा Cartosat-3 के अतिरिक्त दुनिया के किसी और सर्विलांस सैटेलाइट में नहीं लगा हुआ है. 

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अमेरिका से भी आगे है Cartosat-3
 कार्टोसैट-3 की तकनीक अमेरिका से भी आगे है. जहां हमारा Cartosat-3 अपने कैमरों से जमीन से 9.84 इंच उपर तक की तस्वीर ले सकता है. वहीं अमेरिका की सबसे एडवांस निजी स्पेस कंपनी डिजिटल ग्लोब का जियोआई-1 सैटेलाइट 16.14 इंच की ऊंचाई तक की ही तस्वीरें ले सकती है.

कार्टोसैट-3 तीसरी पीढ़ी का बेहद उन्नत उपग्रह है जिसमें हाई रिजोल्यूशन तस्वीर लेने की क्षमता है। इसका भार 1,625 किलोग्राम है. 

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नागरिक उद्देश्यों की भी पूर्ति करेगा कार्टोसैट-3
कार्टोसैट-3 बड़े पैमाने पर शहरी नियोजन, ग्रामीण संसाधन और बुनियादी ढांचे के विकास, तटीय भूमि के उपयोग तथा भूमि कवर के लिए उपभोक्ताओं की बढ़ती मांग को पूरा करने में भी सक्षम है. इसे अमेरिका के 13 नैनो उपग्रहों के साथ प्रक्षेपित किया गया है. 

अब तक कार्टोसैट सीरिज के 8 उपग्रह लांच 
कार्टोसैट सीरिज पर साल 2005 से काम चल रहा है. अब तक इस सीरिज के 8 उपग्रह लांच किए जा चुके हैं. ये है उनकी पूरी लिस्ट-
- कार्टोसैट-1: 5 मई 2005
- कार्टोसैट-2: 10 जनवरी 2007
- कार्टोसैट-2ए: 28 अप्रैल 2008
- कार्टोसैट-2बी: 12 जुलाई 2010
- कार्टोसैट-2 सीरीज: 22 जून 2016
- कार्टोसैट-2 सीरीज: 15 फरवरी 2017
- कार्टोसैट-2 सीरीज: 23 जून 2017
- कार्टोसैट-2 सीरीज: 12 जनवरी 2018

 

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