नई दिल्लीः कोरोना वायरस लगातार अपने पांव पसार रहा है. चीन से निकलकर, यूएस, फ्रांस तक पहुंचा और भारत में मुंबई, केरल के बाद इसकी आहट नेपाल सीमा पर भी सुनी जा रही है. कोरोना वायरस के खतरे से निपटने के लिए अब भारत-नेपाल सीमा पर लोगों की स्क्रीनिंग की जाएगी. नेपाल में भी कोरोना वायरस मिलने की पुष्टि होने के बाद यह फैसला लिया गया है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय तुरंत प्रभाव से उत्तराखंड से लगने वाली नेपाल सीमा पर स्क्रीनिंग की व्यवस्था कराएगा. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन ने शनिवार को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से इस विषय पर बात की.
उत्तराखंड सीएम से की बात
डॉ. हर्ष वर्धन ने उत्तराखंड के सीएम से कहा, उत्तराखंड से सटी नेपाल सीमा के जरिए भारत आने जाने वाले लोगों की स्क्रीनिंग की व्यवस्था करवाई जा रही है. स्क्रीनिंग के अलावा भी स्वास्थ्य मंत्रालय नेपाल से सटे इस राज्य को सभी संभव सहायता तुरंत पहुंचाएगा. भारत सरकार ने यह फैसला नेपाल में एक व्यक्ति के कोरोना वायरस से ग्रसित होने के बाद लिया है. कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखकर इस विषय में व्यक्तिगत रूप से प्रबंधन की निगरानी करने का आग्रह किया है.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने विशेषज्ञों की टीम बनाएगा
शनिवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन ने कोरोना वायरस को लेकर दिल्ली में एक उच्चस्तरीय बैठक की. कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए बुलाई गई बैठक में स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारी, आईसीएमआर व एनसीडीसी के वैज्ञानिक व अन्य विशेषज्ञ शामिल हुए. बैठक के उपरांत केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा, कोरोना वायरस से निपटने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने विशेषज्ञों की सात अलग-अलग टीम बनाने का फैसला लिया है.
विशेषज्ञों की ये टीमें दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरू, हैदराबाद व कोच्चि एयरपोर्ट्स जाकर कोरोना वायरस से निपटने के इंतजामों का जायजा लेगी.
विदेशों से आने वाले यात्रियों की हो रही है जांच
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना वायरस को लेकर एक हेल्पलाइन नंबर 011-23978046 भी जारी किया है. मंत्रालय का कहना है कि किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए यह हेल्पलाइन नंबर चौबीसों घंटे उपलब्ध रहेगा. स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन ने बताया कि अभी तक भारत में कोई भी व्यक्ति नोवेल कोरोना वायरस से ग्रसित नहीं पाया गया है. हालांकि 11 व्यक्तियों को अभी संदेह के आधार पर चिकित्सकों की निगरानी में रखा गया है.
इनमें से 4 व्यक्तियों की जांच के नतीजे आ गए हैं और किसी के भी शरीर में फिलहाल इस वायरस का असर नहीं मिला है. स्वास्थ्य मंत्रालय वायरस की रोकथाम के लिए नागरिक उड्डयन मंत्रालय, विदेश मंत्रालय व विश्व स्वास्थ्य संगठन के साथ मिलकर काम कर रहा है. इसके तहत विदेशों से आने वाले यात्रियों की एयरपोर्ट्स पर विशेष जांच की जा रही है.
कोरोना ने और पसारे पैर, फ्रांस में भी मिले 3 संक्रमित व्यक्ति