नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव के लिए शनिवार से नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गई है. कांग्रेस वरिष्ठ नेता शशि थरूर के अधिकृत प्रतिनिधि नामांकन पत्र लेने के लिए कांग्रेस केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के दफ्तर पहुंचे हैं.
सबसे आगे चल रहा शशि थरूर और गहलोत का नाम
जानकारी के अनुसार, शशि थरूर ने कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए अपने रिक्वेस्ट लेटर में नामांकन पत्र के पांच सेट देने की मांग भी की है.
कांग्रेस नेता शशि थरूर और अशोक गहलोत का नाम इस चुनाव में सबसे आगे चल रहा है, जिनका चुनाव लड़ना तय माना जा रहा है, वहीं कांग्रेस अध्यक्ष पद चुनाव में कई सालों बाद ऐसा हो रहा है कि गांधी परिवार इस चुनाव में खड़ा नहीं हो रहा है.
ये दो नेता भी नामांकन पत्र लेने पहुंचे
कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए अब तक जहां दो नाम सामने आ रहे रहे थे, वहीं दो अन्य कांग्रेस नेता भी नामांकन पत्र लेने पहुंचे हैं और दोनों का दावा है कि उनके पास 10 प्रस्तावक हैं.
इनमें पहला उत्तरप्रदेश के संभल से आए विनोद साथी हैं और दूसरे हिमाचल के मंडी से आए लक्ष्मीकांत शर्मा हैं, हालांकि इन्हें नामांकन पत्र अभी तक नहीं दिया गया है.
दरअसल, अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए 22 सितंबर को अधिसूचना जारी हो चुकी है. अब आज से पर्चा दाखिल करने की प्रक्रिया शुरू होगी जो 30 सितंबर तक चलेगी. यानी जो भी अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ना चाहता है, वह पर्चा दाखिल कर सकता है. पार्टी के वरिष्ठ नेता मधुसूदन मिस्त्री की अध्यक्षता वाला केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण इस मतदान की देखरेख करेगा.
इस दिन होगा चुनाव के लिए मतदान
नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 8 अक्टूबर रखी गई है. वोटिंग 17 अक्टूबर को होगी, जबकि चुनाव परिणाम 19 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे. वोटिंग तभी होगी, जब दो उम्मीदवार चुनाव मैदान में होंगे. अगर एक मात्र प्रत्याशी होगा है तो उसे निर्विरोध चुन लिया जाएगा.
कांग्रेस नेताओं को उम्मीदवारों के बारे टिपण्णी न करने की सलाह
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने शनिवार को कहा कि पार्टी के अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों के बारे में टिप्पणी करने से पार्टी नेताओं को परहेज करना चाहिए. उन्होंने यह बात ऐसे समय कही है जब पिछले दिनों पार्टी प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने अध्यक्ष पद के चुनाव में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का खुलकर समर्थन किया था और लोकसभा सदस्य शशि थरूर पर निशाना साधा था.
वल्लभ के बयान बाद पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने नसीहत दी थी कि सभी प्रवक्ता उम्मीदवारों के संदर्भ में टिप्पणी से परहेज करें. सिंघवी ने ट्वीट किया, ‘‘जयराम रमेश से पूरी तरह सहमत हूं. कांग्रेस के साथियों को पार्टी के अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने वालों पर टिप्पणी करने से बचना चाहिए. हमें निष्पक्ष सोच वाली अभिव्यक्ति की लोकतांत्रिक स्वतंत्रता को बनाए रखना चाहिए. पार्टी ने हमेशा इसकी पैरोकारी की है.’’
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