नई दिल्ली: Maharashtra Exit Poll: महाराष्ट्र में नतीजों से पहले एग्जिट पोल जारी हो चुके हैं. ज्यादातर एग्जिट पोल्स में भाजपा के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन की सरकार बनने का अनुमान जताया गया है. कुछ एग्जिट पोल्स में महाविकास अघाड़ी की सरकार बनने की संभावना भी बताई गई है. चुनिंदा एग्जिट पोल्स ऐसे भी हैं, जिनमें महायुति और महाविकास अघाड़ी, दोनों को ही बहुमत मिलता हुआ नहीं दिख रहा.
क्या होता है त्रिशंकु की स्थिति?
जब विधानसभा या संसद में किसी दल या चुनाव पूर्व बने गठबंधन को बहुमत प्राप्त नहीं होता है, तो त्रिशंकु की स्थिति बनती है. ऐसे में निर्दलीय और छोटे दलों की अहमियत बढ़ जाती है.
इन पर होगा सरकार बनाने का दारोमदार
यदि दोनों ही गठबंधन बहुमत नहीं पाते हैं, तो महाराष्ट्र में त्रिशंकु विधानसभा के आसार बन सकते हैं. ऐसे में छोटे दलों और निर्दलियों की भूमिका अहम हो जाएगी. दरअसल, महाराष्ट्र में कुछ ऐसे भी दल हैं, जो MVA या महायुति, दोनों ही गठबंधन का हिस्सा नहीं है. त्रिशंकु विधानसभा होने पर इन छोटे दलों पर सरकार बनाने का दारोमदार आ जाएगा. दोनों ही गठबंधन इन्हें रिझाने का प्रयास करेंगे.
कौनसे दल हो सकते हैं सत्ता की चाबी?
यदि त्रिशंकु विधानसभा बनती है तो बड़े सियासी दल इन छोटे दलों को अपने पाले में करने की कोशिश कर सकते हैं.
असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व वाली ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM)
राज ठाकरे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS)
प्रकाश अंबेडकर के नेतृत्व वाली वंचित बहुजन आघाड़ी (VBA)
निर्दलीय भी बनवा सकते हैं सरकार?
त्रिशंकु विधानसभा की स्थिति बनने पर निर्दलीय विधायकों की भूमिका भी काफी बढ़ जाएगी. ज्यादातर एग्जिट पोल्स में बताया गया है कि महाराष्ट्र में 25 से 30 निर्दलीय उम्मीदवार चुनाव जीत सकते हैं. यदि एग्जिट पोल का ये दावा सही साबित होता है तो ये निर्दलीय विधायक सरकार बनाने में निर्णायक साबित हो सकते हैं.
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.