नई दिल्लीः नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ अपने विरोध को एक कदम और आगे बढ़ाते हुए कांग्रेस ने अपने 134वें स्थापना दिवस को सीएए की मुखालफत के नाम समर्पित करने का फैसला किया है. इसके तहत पार्टी ने शनिवार को देश भर में 'संविधान बचाओ-भारत बचाओ' का मार्च निकालेगी. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी राजधानी दिल्ली में पार्टी के स्थापना दिवस आयोजन समारोह के साथ इसकी शुरुआत करेंगी. वहीं राहुल गांधी गुवाहाटी में सीएए विरोधी रैली तो प्रियंका गांधी वाड्रा लखनऊ में कांग्रेस के इस मार्च की कमान थामेंगे. प्रियंका ने सीएए के खिलाफ सरकार की घेरेबंदी जारी रखते हुए साफ संदेश दिया कि इस मुद्दे पर देश का युवा पीछे हटने वाला नहीं है.
सोनिया गांधी फहराएंगी पार्टी का झंडा
सोनिया गांधी स्थापना दिवस के मौके पर 28 दिसंबर को पार्टी मुख्यालय में कांग्रेस का झंडा फहराएंगी और इसके बाद संविधान की प्रस्तावना का पाठ किया जाएगा. सीएए विरोधी अपने प्रदर्शनों के दौरान कांग्रेस नेता संविधान पाठ करते आ रहे हैं. राज्य इकाइयों से भी स्थापना दिवस पर इसी तरह के आयोजन के साथ 'संविधान बचाओ-भारत बचाओ' मार्च निकालने को कहा गया है.
संविधान पर प्रहार का कांग्रेस करेगी विरोध
कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने एक बयान में कहा कि पिछले कुछ दिनों में कालेजों, विश्वविद्यालयों, दूसरे शैक्षणिक संस्थाओं से लेकर आमलोगों ने चौतरफा सीएए के खिलाफ विरोध का बिगुल बजा दिया. सीएए और एनआरसी लागू करने के खिलाफ लोगों के इस जबरदस्त विरोध को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह भरमाने वाली दोहरी बातें कर रहे हैं.
वेणुगोपाल ने कहा कि इस भारी विरोध के कारण ही सरकार अब नेशनल पापुलेशन रजिस्टर के जरिए पिछले दरवाजे से एनआरसी को लागू करने का प्रयास कर रही है. वहीं दूसरी तरफ सीएए-एनआरसी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों के साथ पुलिसिया दमन की कार्रवाई कर लोकतंत्र में विरोध के संवैधानिक अधिकार को छीना जा रहा है. उन्होंने कहा कि संविधान पर इस तरह के प्रहार के खिलाफ कांग्रेस सदैव खड़ा होकर विरोध करेगी और इसकी रक्षा के लिए कोई कसर बाकी नहीं रखेगी.
प्रियंका ने कसा तंज, क्रोनोलॉजी समझिए आप
प्रियंका गांधी ने भी सीएए पर भाजपा को घेरते हुए साफ संदेश देने की कोशिश कि जनता के असली मुद्दों से देश का ध्यान बंटाने के लिए एनडीए सरकार ऐसे फैसले ले रही है. उन्होंने बीते कुछ वर्षो के राजनीतिक घटनाक्रमों का हवाला देते हुए अपनी बात साबित की कोशिश की और उम्मीद जताई कि सरकार के खिलाफ सड़कों पर आया युवा वर्ग आंदोलन की तार्किक परिणति तक मैदान नहीं छोड़ेगा.
प्रियंका ने अपने ट्वीट में कहा 'क्रोनोलोजी समझिए आप, पहले वो आपसे से दो करोड़ नौकरियों का वादा करेंगे, फिर वो सरकार बनाएंगे. फिर वो आपकी यूनिवर्सिटीज को बर्बाद करेंगे, फिर वो देश का संविधान बर्बाद करेंगे, फिर आप प्रोटेस्ट करेंगे, फिर वो आपको फूल(मूर्ख) बोलेंगे, लेकिन यंगिस्तान मैदान में डटा रहेगा.
राहुल पहले रायपुर में नगाड़े पर थिरके फिर मोदी सरकार पर गरजे