भोपाल: मध्य प्रदेश की राजनीति में सियासी उठापटक शुरू हो गई है. कांग्रेस ने बीजेपी पर उनके आठ विधायकों को हरियाणा के एक होटल में बंधक बनाकर रखने का आरोप लगाया है. हैरत की बात ये है कि कांग्रेस से अपने विधायक जब नहीं संभलते तो वे भाजपा पर आरोप लगा देते हैं. जब से कमलनाथ ने मध्यप्रदेश की बागडोर थामी है तब से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता उनसे नाराज चल रहे हैं. लेकिन वे विधायकों की नाराजगी को भजापा से जोड़ देते हैं.
भाजपा पर 8 विधायकों को बंधक बनाने का आरोप
कांग्रेस ने बीजेपी पर उनके आठ विधायकों को हरियाणा के एक होटल में बंधक बनाकर रखने का आरोप लगाया है. मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा, भूपेंद्र सिंह और रामपाल सिंह सहित अन्य बीजेपी नेता साजिश के तहत हरियाणा के एक होटल में आठ विधायकों को जबरन ले गए. कमलनाथ सरकार पर संकट मंडराने लगा है.
अब सिर्फ 4 विधायक हैं बीजेपी के पास- दिग्विजय
दिग्विजय सिंह ने बताया कि सभी विधायक वापस आ गए हैं. अब सिर्फ तीन कांग्रेस विधायक और एक निर्दलीय ही बीजेपी के पास हैं. उनको भी जल्द ही बीजेपी के चंगुल से छुड़ाने की कोशिश कर रहे हैं. हम उनके साथ संपर्क में हैं. जो निर्दलीय विधायक भाजपा के पास गया है वो भी पुराना कांग्रेसी है. सब वापस आ जाएंगे. आपको बता दें कि अपनी कुर्सी हिलती देख कमलनाथ ने आनन-फानन में विधायकों को छुड़ाने के मिशन पर अपने चार मंत्रियों को दिल्ली रवाना किया था.
दिग्विजय सिंह ने लगाया विधायकों की खरीद फरोख्त का आरोप
सियासी बवाल के बाद कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि कि बीजेपी के रामपाल सिंह, नरोत्तम मिश्रा, अरविंद भदौरिया, संजय पाठक होटल में बंधक बनाए गए विधायकों को पैसे देने जा रहे थे. उन्होंने कहा, 'अगर कोई छापा पड़ा होता, तो वे पकड़े जाते. हमें लगता है कि 10-11 विधायक थे, केवल 4 अब ही अब उनके साथ हैं, वे भी हमारे पास वापस आ जाएंगे.
ये भी पढ़ें- 'घर' के इन संदिग्ध भेदियों की 'गद्दारी', पुलवामा में 40 जवानों की शहादत की जिम्मेदार