नई दिल्ली: पूरी दुनिया में दहशत फैलाने के बाद कोरोना वायरस ने हिंदुस्तान में भी दस्तक दे दी थी. और अब कोरोना का मामला दिल्ली एनसीआर में भी पहुंच चुका है. नोएडा के एक प्राइवेट स्कूल में कोरोना से पीड़ित के कांटेक्ट में आने वाले कुछ बच्चे मौजूद है. दरअसल ये बच्चे इटली से आये कोरोना पीड़ित से मिले थे. दिल्ली में जिस व्यक्ति को कोरोना वायरस से संक्रमित होने के कारण अस्पताल में भर्ती किया गया है, उनका बच्चा नोएडा के स्कूल में पढ़ता है. स्वास्थ्य विभाग की एक टीम आज स्कूल पहुंची.
राजधानी में मौत बांटने वाले वायरस की 'एंट्री'
स्कूल में खुद नोएडा के चीफ मेडिकल ऑफिसर पहुंचे और उन्होंने कहा कि संक्रमित व्यक्ति से मिलने वाले बच्चों का सैंपल जांच के लिए भेजा गया है. हालांकि स्वास्थ्य विभाग के अनुसार स्कूल के बच्चों में बीमारी के लक्षण नहीं मिले हैं. लेकिन इसको लेकर स्कूल में दहशत है और स्कूल को बंद कर दिया गया है. स्कूल की सभी परीक्षाएं टाल दी गई हैं. CMO ने कहा है कि उन्होंने स्कूल को बद करने का निर्देश जारी नहीं किया है.
वहीं कोरोना वायरस को लेकर दिल्ली से सटे नोएडा जिले के CMO ने 1000 कंपनियों को नोटिस भेजा है. इस नोटिस में विदेश से लौटने वाले कर्मचारियों की सूचना स्वास्थ्य विभाग को देने का निर्देश दिया गया है. चीन, सिंगापुर, ईरान समेत 13 देशों से लौटने वाले लोगों की स्क्रीनिंग के आदेश जारी किया गया है.
आगरा में कोरोना वायरस को लेकर हड़कंप
देश में कोरोना वायरस को लेकर हड़कंप मच गया है. नोएडा के बाद अब आगरा में कोरोना वायरस के 13 संदिग्ध मिले हैं. यह वही लोग हैं, जो इटली से आए शख्स के संपर्क में आए थे. यह शख्स कोरोना वायरस से संक्रमित है. फिलहाल, इन सभी 6 लोगों को आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है और इनके सैंपल को पुणे के मेडिकल लैब में भेज दिया है.
जयपुर भी पहुंचा जानलेवा कोरोना
सोमवार को जैसे ही कोरोना के दिल्ली पहुंचने की खबर मिली. हर तरफ उसकी दहशत लोगों के चेहरे पर महसूस होने लगी. क्योंकि जिस तरह से चीन और दूसरे देशों में कोरोना लोगों को निगल रहा है उससे पूरी दुनिया खौफजदा है. दिल्ली के साथ-साथ कोरोना वायरस ने राजस्थान की राजधानी जयपुर में भी दस्तक दे दी है. जिससे सूबे की गहलोत सरकार और स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मचा हुआ है.
प्रदेश के सबसे बड़े SMS अस्पताल में एक विदेशी नागरिक कोरोना वायरस पॉजिटिव पाया गया है. जिसके बाद अस्पताल प्रशासन ने विदेशी सैलानी के ब्लड सैंपल को पुणे भिजवाया है और उसके साथ आई उसकी पत्नी की भी स्क्रीनिंग की जा रही है. बताया जा रहा है 69 साल का इतालवी नागरिक एंड्री कार्ली 20 लोगों के दल के साथ 29 फरवरी को उदयपुर से जयपुर घूमने आया था. जयपुर में विदेशी सैलानियों का ये दल राजापार्क स्थित एक होटल में ठहरा था. यहां एंड्री कार्ली की तबियत खराब होने के बाद उसे SMS अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
राजस्थान में कोरोना वायरस का संदिग्ध मिलने पर सरकार में पूरी तरह अलर्ट है. सीएम अशोक गहलोत ने देर रात चिकित्सा विभाग की मीटिंग ली और बचाव एवं और चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया है कि कोरोना वायरस से निपटने के लिए केंद्र सरकार की गाइडलाइन को पूरी तरीके से फॉलो किया जाए.
तेलंगाना में भी एक व्यक्ति पॉजिटिव
उधर, तेलंगाना में भी कोरोना वायरस का एक पॉजिटिव केस सामने आया है. पीड़ित मरीज दुबई से आया है, तेलंगाना ने सभी स्कूल और कॉलेज को एडवायज़री जारी की है.
60 से ज्यादा देशों में कोरोना का कहर
उधर, कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए भारत ने सोमवार को ईरानी नागरिकों को जारी किए गए वीजा रद्द कर दिए हैं. ये उनके लिए है जिन्होंने भारत में अभी कदम नहीं रखा है. ये विदेशी नागरिक हवाई या समुद्री मार्ग से भारत में प्रवेश नहीं कर सकते. आपको बता दें, ईरान में बड़ी संख्या में भारतीय फंसे हुए हैं जिनमें स्टूडेंट्स, मछुआरे और तीर्थयात्री शामिल हैं जो स्वदेश लौटने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. ईरान के कुम शहर में स्थित मुस्तफा इंटरनेशनल यूनिर्वसिटी में ज्यादातर छात्र उत्तर प्रदेश और दिल्ली के हैं. इन छात्रों को वहां से निकालने के लिए मुस्लिम धर्मगुरु हमीदुल हसन भी प्रयास में जुटे हैं.
कोरोना से जरा बचके!
हालांकि, राहत की बात ये है कि ईरान में कोई भी भारतीय कोरोना के संपर्क में नहीं आया है. ईरान में मौजूद भारतीय दूतावास ने भी ट्वीट किया है, "अब तक ईरान में किसी भी भारतीय के कोविड-19 के संपर्क में आने का मामला नहीं आया है. हेल्थ प्रोटोकॉल फॉलो करने की जगह, उन्हें संयम बनाए रखने और किसी तरह की अफवाह में न पड़ने को कहा गया है."
कोरोना से केरल में हड़कंप
ईरान में भारतीय राजदूत ने वहां फंसे हुए मछुआरों को लेकर भी एक वीडियो शेयर किया है जिसमें बताया जा रहा है कि उनके लिए पर्याप्त मात्रा में फूड स्टॉक मौजूद है. इन मछुआरों में केरल निवासी भी मौजूद हैं जिनका मामला तिरुवनंतपुरम के सांसद शशि थरूर ने केंद्र के सामने उठाया था. आपको बतादें चीन के बाद कोरोना से सबसे अधिक मौतें ईरान में हुई हैं और इसका असर धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है.
सबसे खतरनाक वायरस से लड़ने के लिए इंडिया है तैयार!
भारत सरकार एहतियात बरतते हुए कोरोना के डंक को फैलने से रोकने की हर संभव कोशिश कर रही है. जिसमें 21 एयरपोर्ट, 12 मेजर सीपोर्ट और 65 माइनर सीपोर्ट पर स्क्रीनिंग कर रही है. 15 से 50 लैब जांच के लिए तैयार हैं. इतना ही नहीं नेपाल बॉर्डर से जुड़े राज्यों उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल, सिक्किम में सघन स्क्रीनिंग की जा रही है.
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आपको बता दें, चीन से शुरू हुआ कोरोना वायरस दुनियाभर में अब तक लगभग 89 हजार लोगों को अपनी चपेट में ले चुका है. हैरान करने वाली बात ये है कि मेडिकल साइंस ने कोरोना के आगे घुटने टेक दिये हैं. क्योंकि इसका अभी तक कोई कारगर एंटी डोट नहीं बना है. ऐसे में भारत में अगर कोरोना से लड़ना है तो अलर्ट रहने की जरूरत है.
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