नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में मंडुवाडीह रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर अब बनारस जंक्शन रखा जायेगा. इससे संबंधित प्रस्ताव को गृह मंत्रालय ने मंजूरी दे दी है. गृह मंत्रालय ने सोमवार की देर शाम मंडुआडीह स्टेशन का नाम बदलने के प्रस्ताव पर अपनी मुहर लगा दी. बनारस भारत के ही नहीं बल्कि दुनिया भर में आध्यात्मिक और धार्मिक नगरी के रूप में सुविख्यात है.
बनारस के पुरान गौरव स्थापित करने की ओर एक बड़ा कदम
सर्वविदित है कि भारत पर सदियों तक विदेशी आक्रमणकारियों ने राज किया. उन्होंने पुरातन सनातन संस्कृति को मिटाने का बहुत प्रयास किया लेकिन वे खुद मिट गए. बनारस शहर भी एक ऐसी धार्मिक नगरी है जिस पर इस्लामिक जेहादी आक्रमणकारियों ने भीषण हमला किया था और इसके गौरव को क्षति पहुंचाने की चेष्टा की थी.
Manduadih Railway Station has been renamed as Banaras, tweets Ravindra Jaiswal, MLA Varanasi North pic.twitter.com/0395MLsh4L
— ANI UP (@ANINewsUP) August 17, 2020
योगी सरकार ने केंद्र को भेजा था प्रस्ताव
गौरतलब है कि आध्यात्मिक और सांस्कृतिक बनारस का पुराना गौरव सहेजने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने मंडुआडीह रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर बनारस करने का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के लोग मंडुआडीह स्टेशन का नाम बदलने की मांग काफी समय से कर रहे थे. बनारस की पहचान को संरक्षित करने के लिए मंडुआडीह स्टेशन का नाम बदलने की मांग लम्बे समय से हो रही थी.
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यूपी सरकार के इस प्रस्ताव को मंजूरी देते हुए गृह मंत्रालय ने अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी कर दिया है. इसके साथ ही मंडुआडीह स्टेशन का नाम बदलकर बनारस जंक्शन किए जाने का रास्ता अब साफ हो गया है.