नई दिल्ली. भारत ने वैश्विक अर्थव्यवस्था की अपनी उड़ान के दौर में एक नए क्षितिज को छुआ है और अब भारत दुनिया की पांचवी आर्थिक महाशक्ति बन चुका है. सीधे शब्दों में कहें तो भारत विश्व की की पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है. यह रिपोर्ट जारी की है ब्रिटेन स्थित सेंटर फाॅर इकोनॉमिक्स एंड बिजनेस रिसर्च (सीईबीआर) की वर्ल्ड इकोनॉमिक लीग टेबल २०२० ने.
भारत ने पछाड़ा है फ़्रांस और ब्रिटेन को
हाल में ही सामने आई इस रिपोर्ट के मुताबिक़ इस वर्ष जारी हुई दुनिया की अर्थव्यवस्था की सबसे बड़ी ताकतों की सूची में भारत ने दो पायदानों की छलांग लगाई है. भारत ने फ्रांस और ब्रिटेन जैसी आर्थिक महाशक्तियों को पीछे छोड़ते हुए दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने का गौरव प्राप्त किया है.
अगले 6 सालों में भारत बनेगा चौथी आर्थिक-महाशक्ति
विश्व के आर्थिक मानचित्र पर भारत का उत्थान अगले छह सालों में भारत को दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था बनते देखेगा जबकि भारत जर्मनी को पीछे छोड़ कर चौथे पायदान पर पहुंचेगा. और वह वर्ष होगा 2026.
फिर होगी तीसरे नंबर पर पहुँचने की तैयारी
दुनिया की तीसरी आर्थिक ताकत बनने के लिये भारत को अधिक प्रतीक्षा नहीं करनी पड़ेगी. अगर भारत की अर्थव्यवस्था की प्रगति इसी गति से आगे बढ़ती रही तो लगभग डेढ़ दशक बाद भारत विश्व की तीसरी बढ़ी अर्थव्यवस्था बन चुका होगा. और उस समय वर्ष होगा 2034 का और तब भारत ने पछाड़ा होगा जापान को.
5 ट्रिलियन डॉलर की इकॉनोमी बन जाएगा भारत 2026 तक
पीएम मोदी का सपना होगा सच और इस रिपोर्ट के आकलन के अनुसार अगले छह वर्षों में भारत पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बन सकता है. पर यह आकलन इस रिपोर्ट का है जबकि सरकार का लक्ष्य अगले चार वर्षों में ही अर्थात वर्ष 2024 तक पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में गतिमान है.