जस्टिस अमजद एहतेशाम सईद बने हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट के 27 वें मुख्य न्यायाधीश

बॉम्बे हाईकोर्ट के वरिष्ठ न्यायाधीश जस्टिस अमजद एहतेशाम सईद हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट के 27 वें मुख्य न्यायाधीश बन गये हैं. 

Written by - Nizam Kantaliya | Last Updated : Jun 23, 2022, 03:52 PM IST
  • हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट के 27 वें मुख्य न्यायाधीश की शपथ
  • जस्टिस अमजद एहतेशाम सईद को दिलाई गई शपथ
जस्टिस अमजद एहतेशाम सईद बने हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट के 27 वें मुख्य न्यायाधीश

शिमला: बॉम्बे हाईकोर्ट के वरिष्ठ न्यायाधीश जस्टिस अमजद एहतेशाम सईद हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट के 27 वें मुख्य न्यायाधीश बन गये हैं. राज्यपाल राजेन्द्र आर्लेकर ने सुबह 9.30 बजे राजभवन में आयोजित हुए भव्य समारोह में जस्टिस सईद को मुख्य न्यायाधीश पद की शपथ दिलाई.

समारोह में मौजूद रहे हिमाचल के सीएम

शपथग्रहण समारोह में हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री के साथ ही राज्य के कई मंत्रीगण भी मौजूद रहे.

सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने 17 मई को जस्टिस सैयद को मुख्य न्यायाधीश बनाने की सिफारिश की थी. केंद्र सरकार द्वारा सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की सिफारिश मंजूर करने पर 19 जून को राष्ट्रपति भवन की ओर से नियुक्ति वारण्ट किये गये थे.

जस्टिस सईद, जस्टिस मोहम्मद रफीक की जगह लेंगे, जो हाल ही में 24 मई को हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश पद से सेवानिवृत हुए हैं. जस्टिस रफीक के सेवानिवृत होने के बाद से ही हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट में जस्टिस सबीना कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश के तौर पर कार्य कर रही थी.

जस्टिस सैयद को भविष्य के सुप्रीम कोर्ट के जज के तौर पर देखा जा रहा है. सुप्रीम कोर्ट की स्थापना के बाद से ही अघोषित तरीके से ही सही लेकिन मुस्लिम न्यायाधीश के लिए कम से कम एक सीट आरक्षित रखी गयी. वर्तमान में सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस एस अब्दुल नजीर अघोषित रूप से मुस्लिम जज होने का प्रतिनिधित्व करते हैं. जो 4 जनवरी 2023 को सेवानिवृत होने वाले है.

उनकी सेवानिवृति से पूर्व सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम नए जज की नियुक्ति की सिफारिश कर सकता है. देशभर के हाईकोर्ट जजों में अल्पसंख्यक जज के रूप में जस्टिस सईद ही वरिष्ठता क्रम के अनुसार सबसे प्रबल दोवेदारों में से हैं. मुंबई विधिक सेवा प्राधिकरण के एग्जीक्यूटिव चैयरमेन के तौर पर भी जस्टिस सईद के नेतृत्व में हुए विधिक सेवा के कार्यक्रमों ने एक अलग पहचान बनायी हैं.

जनहित के मामलो में फैसलों से रहे चर्चा में

21 जनवरी 1961 को जन्मे जस्टिस सैयद ने बॉम्बे विश्वविद्यालय से 1984 में लॉ की डिग्री करने के बाद बॉम्बे हाईकोर्ट में प्रेक्टिस की शुरूआत की. खेलो में रूचि रखने वाले जस्टिस सैयद बहुत शालीन और शांत जज माना जाता है. मुंबई में जनता से जुड़े जनहित के मामलों को उठाने के लिए अक्सर उनके फैसले चर्चा में रहे हैं.

जस्टिस सैयद ने मुंबई राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के एग्जीक्यूटिव चैयरमेन के तौर पर कई कार्यक्रम आयोजित करवाए है. वे बॉम्बे हाईकोर्ट में सहायक सरकारी वकील भी रहे.

हाईकोर्ट में हुआ स्वागत

शपथग्रहण समारोह के तुरंत पश्चात हाईकोर्ट पहुंचे जस्टिस सईद का स्वागत किया गया. हाईकोर्ट परिसर में सर्वप्रथम उन्हे गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. जिसके बाद कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश जस्टिस सबीना ने गुलदस्ता भेंट कर उनका स्वागत किया. 

इस मौके पर आयोजित हुई फुल कोर्ट को भी जस्टिस सईद ने संबोधित किया. जस्टिस सईद ने कहा कि अदालतें लोगों के लिए आखिरी उम्मीद होती है, उनके मामलों की सुनवाई समय पर हो इसके प्रयास किये जायेंगे. फुल कोर्ट में हाईकोर्ट के सभी साथी जजों के साथ ही राज्य के महाधिवक्ता और सभी बार के अध्यक्ष भी मौजूद रहे.

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