भोपाल: भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय का वीडियो वायरल हो रहा है. कमिश्नर के घर के बाहर धरने पर बैठे विजयवर्गीय ने एडीएम से कहा कि हमसे मिलने के लिए अधिकारियों के पास समय नहीं है, इतने बड़े हो गए क्या, इतनी औकात हो गई कमिश्नर की. आक्रोश में आकर कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि वो तो संघ के पदाधिकारी शहर में हैं वरना शहर में आग लगा देता.
धरने पर बैठे थे कैलाश विजयवर्गीय
शुक्रवार दोपहर भाजपा नेता शहर की समस्याओं को लेकर कमिश्नर के घर के बाहर धरना कर रहे थे. वह अफसरों से मिलकर समस्याओं पर चर्चा करना चाहते थे. कमिश्नर उनसे मिलने नहीं आए तो गुस्साए विजयवर्गीय ने कहा कि उन्हें लग रहा है कि हमने चूड़ी पहन रखी है. उन्हें एक चिट्ठी का जवाब देने की फुर्सत नहीं है.
कई नेता रहे मौजूद
कैलाश विजयवर्गीय के साथ सांसद शंकर लालवानी, विधायक महेंद्र हार्डिया, विधायक रमेश मेंदोला, विधायक आकाश विजयवर्गीय, पूर्व विधायक जीतू जिराती, नगर अध्यक्ष समेत सैकड़ों नेता कार्यकर्ता धरने पर बैठे. बता दें कि शहर की समस्याओं पर बात करने के लिए भाजपा नगर अध्यक्ष के माध्यम से एक पत्र चार अधिकारियों को लिखा गया था. पत्र के माध्यम से बताया गया था कि शुक्रवार को भाजपा महासचिव और अन्य भाजपा नेता उनसे रेसीडेंसी पर मीटिंग करना चाहते हैं, लेकिन कोई अधिकारी बैठक में शामिल नहीं हुआ.
केवल एक अधिकारी ने दिया जवाब
भाजपा नेता और पूर्व मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि हमारी पार्टी ने विधिवत चार अधिकारियों कमिश्नर आकाश त्रिपाठी, कलेक्टर लोकेश कुमार जाटव, पुलिस प्रमुख रुचिवर्धन मिश्र और निगम कमिश्नर आशीष सिंह को पत्र लिखा था. निगम कमिश्नर ने पत्र का जवाब देते लिए लिखा था कि शुक्रवार को मैं व्यस्त रहूंगा. आगे कभी भी शहर को लेकर कोई चर्चा करनी है, तो मैं उपलब्ध रहूंगा. उन्होंने कहा कि भाजपा कोई छोटी-मोटी पार्टी नहीं है. भाजपा राष्ट्रीय पार्टी है, जिसकी केंद्र में सरकार है. नगर अध्यक्ष यदि अधिकारियों को पत्र लिखता है और अधिकारी उसका जवाब भी नहीं देता तो यह हमारे लिए गंभीर बात है.