Karnataka Election 2023: कौन हैं डीके शिवकुमार जो करोड़ों के मालिक और सियासत के माहिर खिलाड़ी हैं, बीजेपी को इनसे कितनी बड़ी चुनौती

Karnataka Election 2023: कर्नाटक चुनाव में इस बार कांग्रेस से उम्मीदवार डीके शिवकुमार को भाजपा के लिए एक कड़े मुकाबले की तरह देखा जा रहा है. ये नेता ताकतवर होने के साथ ही बड़ी संपत्ति के मालिक भी हैं. बात करें इनके पॉलिटिकल करियर की तो ये भी काफी रोमांचक है.  

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Apr 26, 2023, 06:51 PM IST
  • सियासी चाल में हैं सबसे आगे
  • पूर्व सीएम को भी चटाई धूल
Karnataka Election 2023: कौन हैं डीके शिवकुमार जो करोड़ों के मालिक और सियासत के माहिर खिलाड़ी हैं, बीजेपी को इनसे कितनी बड़ी चुनौती

नई दिल्ली:  दक्षिण भारतीय राज्य कर्नाटक में 10 मई को विधानसभा चुनाव का मतदान होने वाला है. इसका परिणाम 13 मई को आएगा. चुनाव के लिए एक ओर जहां भाजपा के पास मौजूदा मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई और पूर्व सीएम बीएस येदियुरप्पा जैसे चेहरे हैं. तो वहीं कांग्रेस के पास डीके शिवकुमार और सिद्धारमैया जैसे चेहरे हैं. इन चेहरों में से कौन किस पार्टी को सियासी जीत दिलवाएगा ये वक्त ही बताएगा. आज हम बात करेंगे कॉन्ग्रेस के संकटमोचक कहे जाने वाले डीके शिवकुमार के बारे में .

जीत की लगा चुके हैं हैट्रिक 
डीके शिवकुमार को कांग्रेस के सबसे ताकतवर नेताओं में से एक कहा जाता है. वह कई सालों से रामनगरहण जिले के कनकपुरा सीट में अपना दबदबा बनाए हुए हैं. वहीं अब एक बार फिर कॉन्ग्रेस ने उन्हें इस सीट से टिकट दिया है .

बता दें कि डीके शिवकुमार साल 2008 में पहली बार इस सीट से विधायक चुने गए थे.  इसके बाद उन्होंने साल 2013 में दोबारा इस सीट से विधानसभा चुनाव लड़कर जीत हासिल की थी. वहीं 2018 में जीत की हैट्रिक लगाते हुए वे वापस इस सीट से विधायक चुने गए.  

सियासी शतरंज के खिलाड़ी हैं डीके शिवकुमार
डीके शिवकुमार को अपनी सियासी सूझबूझ के लिए भी काफी जाना पहचाना जाता है. साल 1990 के चुनाव में उन्हें कांग्रेस की तरफ से टिकट नहीं मिलने पर वह नर्दलीय ही मैदान पर उतरे. इस दौरान उन्होंने अपने दम पर पूर्व सीएम एच डी देवगौड़ा को धूल चटाई.  इसके ठीक10 साल बाद साल 2000 में उन्होंने एच डी देवगौड़ा के बेटे एच डी कुमारस्वामी को भी हार का मजा चखाया.  बता दें कि डीके शिवकुमार की इस बड़ी जीत ने उन्हें सभी के सामने एक मजबूत नेता के रूप में खड़ा कर दिया था. उनकी इस मजबूती का अंदाजा इस तरह लगाया जा सकता है कि साल 2004 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने बिना अनुभव वाली तेजस्विनी रमेश को कनकपुरा लोकसभा सीट से  चुनाव लड़वाया. इस चुनाव में तेजस्विनी ने देवगौड़ा को मात देकर जीत हासिल की थी. बता दें कि तेजस्विनी अब भाजपा में  शामिल हो चुकी हैं.  

सियासी समझ से करते हैं हैरान 
डीके शिवकुमार हमेशा अपनी बेहतर सियासी समझ के लिए जाने जाते हैं. बता दें कि 2017 में गुजरात राज्यसभा चुनाव के दौरान डीके को लगा कि उनकी पार्टी के कुछ नेता भाजपा में शामिल हो सकते हैं.

ऐसे में उन्होंने कांग्रेस हाइकमान से अपील कर कुछ कांग्रेस नेताओं को गुजरात से बेंगलुरू उनके रिजॉर्ट में भेज दिया. कहा जाता है कि उस समय सच में ही भाजपा कांग्रेस के कई नेताओं को अपनी पार्टी में शामिल करने की कोशिश कर रही थी.      

करोड़ो के मालिक हैं डीके शिवकुमार
कांग्रेस के बड़े और ताकतवर नेता होने का साथ-साथ डीके शिवकुमार देश के सबसे अमीर नेताओं में से एक भी हैं. बता दें कि उनकी संपत्ति 1400 करोड़ रुपये से ज्यादा है. 2018 के चुनाव में उन्होंने  अपनी कुल कुल संपत्ति 840 करोड़ रुपये बताी थी. 

भ्रष्टचाचार के भी लगे हैं आरोप 
एक ओर जहां डीके शिवकुमार को कॉन्ग्रेस के सबसे ताकतवार नेता के रूप में जाना जाता है तो वहीं उन पर समय-समय पर भ्रष्टाचार के आरोप भी लगे हैं. साल 2019 में ED ने उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग और टैक्स चोरी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था.

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