नई दिल्ली. देश में जहां नागरिकता क़ानून का विरोध चल रहा है और जो ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल में इस कानून को लागू न होने देने की बात कह रही हैं, पीएम मोदी के सामने बैठने वाली हैं उनके ही मंच पर. दुनिया की नजर होगी कल होने वाले इस यादगार कार्यक्रम पर जहां मोदी की धुर विरोधी विरोधी ममता के आत्मविश्वास की कलई खुल सकती है.
दो दिवसीय दौर पर हैं प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज पश्चिम बंगाल में दो दिवसीय दौरे की शुरुआत कर रहे हैं. वे आज दिन में कोलकाता पहुंचेंगे. बड़ी खबर ये है कि नागरिकता कानून और एनआरसी की तनातनी के बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कल एक सरकारी कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मंच साझा कर सकती हैं. यह जानकारी तृणमूल कांग्रेस के आधिकारिक सूत्रों से प्राप्त हुई है.
मोदी-ममता मीटिंग भी हो सकती है
दोनों नेताओं के एक मंच पर नज़र आने की खबर के साथ ही उनके एक साथ बैठ कर बातचीत की संभावना भी बन रही है. तृणमूल कांग्रेस के नेताओं के अनुसार दोनों नेताओं के बीच एक मीटिंग भी हो सकती है. तृणमूल कांग्रेस के सूत्रों ने बताया कि उनकी जानकारी के मुताबिक़ मुख्यमंत्री ममता बनर्जी 12 जनवरी को कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट के कार्यक्रम में भाग लेंगी जहां पर प्रधानमंत्री भी उपस्थित रहेंगे.
ममता बनर्जी को कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया
कल कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट के डेढ़ सौ साल पूरे हो रहे हैं और इस अवसर पर कल रविवार 12 जनवरी को कोलकाता में एक कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है जिसमें मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को भी आमंत्रित किया गया है और इसके लिए ममता को न्योता देने स्वयं जहाजरानी राज्य मंत्री मनसुख मंडाविया ममता के कार्यालय पहुंचे थे.
''तृणमूल कांग्रेस का दुहरा मापदंड है ये''
राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेताओं को मोदी और ममता का ये 'मिलन' रास नहीं आ रहा है. इस मीटिंग की संभावना पर टिप्पणी करते हुए मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के नेताओं ने कहा कि ये तृणमूल कांग्रेस का दुहरा चरित्र है जो अब खुल कर सामने आ गया है.
दिलचस्प बात यहां ये है कि नागरिकता संशोधन कानून पर विपक्ष 13 जनवरी को दिल्ली में महा-मीटिंग करने जा रहा है और उसके ठीक एक दिन पहले इस विपक्ष गठजोड़ की बड़ी नेता ममता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मंच पर विराजेंगी.
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