जानिए नैमिषारण्य का इतिहास, सीएम योगी का ऐलान- काशी, अयोध्या और मथुरा की तरह होगा कायाकल्प

Naimisharanya History in Hindi: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि काशी, अयोध्या और मथुरा की तरह ही नैमिषारण्य का भी कायाकल्प होगा. आपको इस रिपोर्ट में उत्तर प्रदेश की राजधानी से 80 किलोमीटर दूर सीतापुर जिले में स्थित नैमिषारण्य तीर्थ स्थल के इतिहास के बारे में बताते हैं.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Apr 28, 2023, 03:37 PM IST
  • काशी, अयोध्या और मथुरा के बाद नैमिषारण्य का होगा कायाकल्प
  • उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया बड़ा ऐलान
जानिए नैमिषारण्य का इतिहास, सीएम योगी का ऐलान- काशी, अयोध्या और मथुरा की तरह होगा कायाकल्प

नई दिल्ली: यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि काशी चमक चुकी है, अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर का निर्माण हो रहा है. मथुरा-वृंदावन के कायाकल्प का काम चल रहा है, अब नैमिषारण्य की बारी है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को नैमिषारण्य में आयोजित चुनावी जनसभा में कहा कि काशी विश्वनाथ धाम की तरह ही नैमिषारण्य का कायाकल्प होने के बाद यहां धार्मिक पर्यटन बढ़ेगा, जिससे हर सेक्टर में रोजगार के अवसर बड़े पैमाने पर सृजित होंगे.

हिंदुओं का एक प्रसिद्ध तीर्थ स्थान है नैमिषारण्य
नैमिषारण्य उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से करीब 80 किलोमीटर दूर सीतापुर जिले में गोमती नदी के तट पर स्थित है, जिसे हिंदुओं का प्रसिद्ध तीर्ख स्थान माना जाता है. ये तीर्थ स्थान सीतापुर रेलवे स्टेशन से तकरीबन एक मील की दूरी पर स्थित है. यहां कई प्रमुख दर्शनीय स्थल व्यास गद्दी, चक्रतीर्थ, हनुमान गढ़ी और मनु-सतरूपा तपोभूमि भी स्थित है. यहां एक सरोवर है, जिसके मध्य भाग से लगातार जल निकलता रहता है और ये गोलाकार रूप में बना हुआ है.

इस तीर्थस्थल का इतिहास बेहद चर्चित है. बताया जाता है कि महर्षि शौनक की दीर्घकाल व्यापी ज्ञानसत्र करने की इच्छी थी. भगवान विष्णु उनकी आराधना से प्रसन्न हो गए और उन्हें एक चक्र दिया था. भगवान विष्णु ने इस दौरान महर्षि से कहा था कि ये चक्र चलाते हुए चले जाओ, जहां इस चक्र कि परिधि नीचे गिर जाएगा, वो स्थान पवित्र हो जाएगा. चक्र के साथ महर्षि शौनक निकले और 88000 सहस्र ऋषि भी उनके साथ चल दिए. गोमती नदी के किनारे एक वन में चक्र की नेमि (परिधि) नीचे गिर गई. जिस स्थान पर नेमि गिरी उस क्षेत्र को नैमिष कहा जाता है. इस स्थान को इसी कारण नैमिषारण्य कहा जाता है.

सीएम योगी ने नैमिषारण्य के कायाकल्प की बात कही
उन्होंने यूपी में हो रहे नगर निकाय चुनाव को देवासुर संग्राम बताते हुए कहा कि कभी इसी नैमिषारण्य की भूमि से महर्षि दधीचि ने दैवीय शक्तियों के विजय के लिए अपनी अस्थियां वज्र बनाने के लिए दी थीं. यह समय भी इस चुनाव में दानव रूपी भ्रष्टाचारियों, दुराचारियों,माफिया और अपराधियों को सबक सिखाने का है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि अत्यंत पवित्र और साधकों को सिद्धि प्रदान करने वाली इस तीर्थ भूमि नैमिषारण्य को मैं कोटि कोटि नमन करता हूं. दुनिया का इतिहास भले ही उंगलियों पर गिना जाने वाला है, मगर नैमिषारण्य का इतिहास हजारों-हजार साल पुराना है. भारतीय मनीषियों का संपूर्ण ज्ञान समेटे हुए ये नैमिषारण्य की भूमि हम सभी के लिए सदैव से आस्था का केंद्र रही है. यहां आकर मेरा जन्म और जीवन दोनों धन्य हो गया है. देवासुर संग्राम में यहां पर महर्षि दधीचि ने अपनी अस्थि दानकर जो वज्र प्रदान किया था, उसने दैवीय शक्तियों को विजय प्रदान करने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. ये चुनाव किसी देवासुर संग्राम से कम नहीं है. डबल इंजन की सरकार के साथ ट्रिपल इंजन के जुड़ने से बुनियादी सुविधाएं घर घर तक पहुंचने लग जाएंगी. जो दानव रूपी भ्रष्टाचारी, दुराचारी, माफिया और अपराधी प्रवृत्ति वालों को दरकिनार करते हुए शासन की योजनाओं का लाभ बिना भेदभाव के मिल सकेगा.

योगी आदित्यनाथ ने कहा- अब नैमिषारण्य की बारी है
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 9 साल में देश की तस्वीर बदल चुकी है. 9 साल पहले भारत को लोग संदेह की निगाह से देखते थे. आज परिवर्तन किसी से छिपा नहीं है. भारत के लोगों को पूरी दुनिया में सम्मान मिल रहा है. दुनिया में कहीं भी संकट आता है तो सभी भारत की ओर देखते हैं. सूडान संकट के बाद भारत वहां फंसे अपने नागरिकों को निकालने में सफल हुआ है. यूपी के भी सैकड़ों लोगों को सकुशल वापस लाया जा चुका है. जो काम आजादी के बाद नहीं हुआ, वो बीते 9 साल में हुआ है. गरीबों को आवास, शौचालय, आयुष्मान योजना, फ्री राशन की सुविधा, फ्री कोरोना वैक्सीन का लाभ मिला है. एक तरफ गरीब कल्याण की योजना बिना भेदभाव के पहुंच रही हैं, हाईवे और एक्सप्रेस वे बन रहे हैं, एयरपोर्ट, आईआईटी और एम्स का निर्माण हो रहा है, तो वहीं गऊ और विरासत का सम्मान भी हो रहा है.

योगी ने कहा कि काशी में विश्वनाथ धाम और अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण हो रहा है. काशी चमक चुकी है, अयोध्या आज नई अयोध्या के रूप में दुनिया में सामने आ गई है. मथुरा-वृंदावन का कायाकल्प हो रहा है. अब नैमिषारण्य की बारी है. हमने अब नैमिषारण्य के कायाकल्प का कार्य शुरू किया है. बहुत शीघ्र यहां इलेक्ट्रिक बस शुरू होने जा रहा है. यही नहीं यहां अगले कुछ महीनों के बाद हेलीकॉप्टर सेवा शुरू होने जा रही है. सड़कों का चौड़ीकरण होगा. नैमिषारण्य का कायाकल्प होगा तो यहां लाखों-करोड़ों की संख्या में पर्यटक आएंगे, जिससे हर सेक्टर में रोजगार का सृजन होगा. कोई होटल, धर्मशाला और गेस्टहाउस से कमाएगा, कोई पूजा का सामान बेचकर तो कोई पूजा कराकर अपना और अपने परिवार का पालन पोषण करेगा.

कहा कि नैमिषारण्य हमारे वैदिक ज्ञान की धरोहर है. हर भारतीयों को इसपर गर्व है. डबल इंजन की सरकार ने तय किया है कि जैसे काशी विश्वनाथ धाम का पुनरोद्धार हुआ है, वैसे ही नैमिषारण्य का भी होगा. ओडीओपी के तहत यहां की दरी को विदेशों में एक्सपोर्ट किया जा रहा है. अमेरिका और यूरोप में यहां की दरियां धूम मचा रही हैं. सीतापुर जनपद में नौ नगर निकाय हैं. मेरी आपसे अपील है कि बिना भेदभाव के अपराध और भ्रष्टाचार मुक्त व्यवस्था देने और नगरों को कूड़े की जगह स्मार्ट सिटी का रूप देने के लिए भाजपा को वोट दें.
(इनपुट- आईएएनएस)

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