ऑपरेशन समुद्र सेतु की सबसे बड़ी कामयाबी: INS जलाश्व से 698 भारतीयों की वतन वापसी

मिशन वंदे भारत की सफलता लगातार पूरी दुनिया देख रही है. इसी कड़ी में समुद्र सेतु ऑपरेशन भी कामयाब हुआ है, जिसके तरह विदेश में रहने वाले 698 भारतीयों की वतन वापसी हुई है. अब तक करीब 2500 लोग विदेशों से आ चुके हैं...

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : May 10, 2020, 10:15 AM IST
    • ऑपरेशन समुद्र सेतु से 698 भारतीयों की वापसी
    • मिशन वंदे भारत के तहत भारतीयों की वतन वापसी
    • अब तक तकरीब 2500 लोगों की हुई वतन वापसी
ऑपरेशन समुद्र सेतु की सबसे बड़ी कामयाबी: INS जलाश्व से 698 भारतीयों की वतन वापसी

नई दिल्ली: कोरोना काल में खास जहाज और हवाई जहाज के जरिए अपनी धरती पर लाने के लिए सरकार हर संभव कोशिश कर रही है. नभ मार्ग के साथ-साथ अब जल मार्ग से भी भारतीयों की वापसी होनी शुरू हो चुकी है.

ऑपरेशन समुद्र सेतु से 698 भारतीयों की वापसी

समुद्र सेतु ऑपरेशन के तहत INS जलश्व आज मालदीव से 698 भारतीयों को लेकर सुबह करीब 9 बजे के आपस पार कोच्चि पोर्ट ट्रस्ट पर पहुंचा. इन लोगों में 400 लोग केरल के लोग हैं.

कोरोना संकट के बीच समंदर की लहरों से उम्मीद लेकर भारतीय नौसेना का 'INS जलाश्व' वो युद्धपोत है जिसने मुसीबत की इस घड़ी में मालदीव में फंसे 698 भारतीयों के लिए एक बड़ा संकटमोचक साबित हुआ और उनकी वतन वापसी कराई. 

मिशन वंदे भारत से भारतीयों की वतन वापसी

कोरोना वायरस की वजह से विदेशों में फंसे भारतीयों को लाने के मिशन वंदे भारत का आज चौथा दिन है. कुल 1373 भारतीय यात्री मस्कट, दुबई, कुवैत, शारजाह, कुआला लंपूर और ढाका से कल भारत लौटे हैं और स्पेशल फ्लाइट्स और जहाज़ से वतन वापसी का सिलसिला अब भी जारी है.

पहली फ्लाइट बांग्लादेश के ढाका से दिल्ली आई, इसमें 129 लोग सवार थे. सभी की थर्मल स्क्रीनिंग की गई, जिसके बाद ये दिल्ली एयरपोर्ट से निकले.

एयर इंडिया की एक्सप्रेस फ्लाइट से 177 यात्रियों और 4 नवजात बच्चों को लेकर कुवैत से कोच्चि लेकर पहुंचा. वहीं कुवैत से निकले 163 भारतीय फ्लाइट से हैदराबाद पहुंचे.

ओमान के मस्कट से भी कई यात्री कोच्चि लौटे लोगों ने भी उन्हें अपने वतन वापस लाने के लिए सरकार को धन्यवाद दिया है.

दुबई से पहली फ्लाइट 182 भारतीयों को लेकर चेन्नई एयरपोर्ट पहुंची. वहीं दूसरी फ्लाइट से 177 लोग दुबई से चेन्नई आए. इन सभी की स्क्रिनिंग के बाद ही इन्हें जाने दिया गया. वहीं यूएई के शारजाह से भी 180 भारतीयों को लेकर विमान यूपी के लखनऊ में लैंड हुआ, इसमें 2 बच्चे भी शामिल थे.

मलेशिया के कुआला लंपूर से 177 लोगों के साथ स्पेशल विमान तमिलनाडु के तिरुच्चिराप्पल्ली पहुंचा. इन सभी को भी स्क्रिनिंग के बाद ही एयरपोर्ट से जाने दिया.

वतन वापसी करने वाले यात्री अपनी ज़मीन पर आकर खुश तो हैं, लेकिन कोरोना ने उनकी खुशियों पर भी ग्रहण लगा दिया है. यू.ए.ई. से 7 मई को लौटे भारतीय यात्रियों में 2 लोग कोरोना पॉज़िटिव पाए गए हैं. इनमें से एक दुबई से कोझिकोड और दूसरा अबू धाबी से कोच्चि आया था. केरल में फिलहाल कोरोना मरीजों की संख्या 503 है.

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विदेश से भारत आने वालों में ज्यादातर भारतीय दक्षिण भारत में पहुंच रहे हैं. ऐसे में कोरोना को फैलने से रोकने के लिए क्या एयरपोर्ट की स्क्रिनिंग और क्वारंटीन ही रहना काफी है, ये सवाल बड़ा है क्योंकि कोरोना काल में जरा सी भी लापरवाही देश पर भारी पड़ सकती है.

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