नई दिल्ली: पाकिस्तान सरकार ने मात्र दो दिन के नोटिस पीरियड पर करतारपुर कॉरिडोर खोलने का फैसला किया है. अचानक से कॉरिडोर खोलने के पिछेप पाकिस्तान की बड़ी साजिश का अंदेशा है. भारत सरकार ने अपनी नाराजगी जाहिर कर दी है.
सात दिन के बजाय केवल दो दिन नोटिस पीरियड
आपको बता दें कि भारत के विदेश मंत्रालय ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि करतारपुर कॉरिडोर खोलने के लिए दो दिन का नोटिस पीरियड द्विपक्षीय समझौते के खिलाफ है, जो सात दिन के नोटिस का समय देता है. पाकिस्तान 29 जून को 2 दिनों के कम समय के नोटिस पर करतारपुर कॉरिडोर को फिर से शुरू करने का प्रस्ताव देकर अपनी सद्वभावना बनाने की कोशिश कर रहा है. इसमें किसी साजिश की आशंका है.
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कम समय में तीर्थ यात्रियों के लिए मुसीबत
गौरतलब है कि इतने कम समय में यात्रियों का विवरण इकट्ठा कर पाना मुश्किल है. द्विपक्षीय समझौता यात्रा की तारीख से कम से कम 7 दिन पहले भारत को पाकिस्तान के साथ डिटेल्स साझा करना होता है. इसके लिए भारत को रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को एडवांस में खोलने की जरूरत होगी.
हर बार पाकिस्तान लगाता है अड़चने
आपको बता दें कि करतारपुर में सिख धर्म के अनुयायियों की बड़ी आस्था है क्योंकि ये गुरु नानकदेव जी के जीवन का अहम स्थल है. ये सिखों के लिए किसी पवित्र तीर्थ स्थल से कम नहीं है. पाकिस्तान हर साल कोई न कोई व्यवधान उत्पन्न करके यात्रा में बाधाएं बढ़ाता है ताकि भारत के सिख श्रद्धालुओं को परेशानियों का सामना करना पड़े.