दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के अवसर पर अटल भूजल योजना की शुरुआत की. इसके साथ ही पीएम मोदी ने अटल टनल का भी उद्घाटन किया. दिल्ली के विज्ञान भवन में हुए इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज भारत के दो रत्नों अटल बिहारी वाजपेयी और मदन मोहन मालवीय का जन्मदिन है. इन दोनों महापुरुषों ने महान भारत का सपना देखा था जो पूरा करना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है.
अटल जी ने देखा था टनल का सपना
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मनाली के पास एक गांव में आज हवन हो रहा है. जब मैं हिमाचल में रहता था तो अटल जी मनाली आते थे, तब अटल जी ने इस टनल पर काम करना शुरू किया था. तब मैंने नहीं सोचा था कि अटलजी के सपने को उनके नाम से ही जोड़ा जाएगा. करगिल के युद्ध के बाद सुरक्षा की दृष्टि से इस टनल का उपयोग काफी महत्वपूर्ण है. लेह-लद्दाख और करगिल का भी भाग्य इस टनल से बदल जाएगा.
मनाली से लेह को जोड़ेगी अटल टनल योजना
अटल की जयंती पर लांच होने वाली दूसरी योजना अटल टनल मनाली से लेह तक होगी. इस योजना को 2005 में ही मंजूरी मिली थी. इसके लिए 4000 करोड़ रुपये मंजूर किए गए है. कुल 8.8 किलोमीटर लंबी इस योजना का तकरीबन 80 फीसदी काम पूरा हो चुका है। दावा किया गया है कि यह विश्व की सबसे ऊंची टनल होगी.
मोदी पूरा कर रहे हैं अटल जी का सपना: राजनाथ सिंह
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि अटल जी ने जो चिंताएं व्यक्त की थी, उन्हें हमारी सरकार पूरा कर रही है. उनके हर सपने को साकार करने के लिये मोदी जी दिन रात काम कर रहे हैं. राजनाथ ने कहा कि 1996 में विश्वास मत का प्रस्ताव जब संसद में आया, तब जो अटलजी ने कहा था कि आजादी को 50 साल होने आए हैं,आज देश की स्थिति क्या है, कई देश हमसे आगे बढ़ गए हैं. अब भारत मोदी जी के नेतृत्व में निरंतर आगे बढ़ रहा है.
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