नई दिल्ली: पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का 84 साल की उम्र में निधन हो गया. जिसकी जानकारी उनके बेटे अभिजीत मुखर्जी ने ट्वीट कर दी. दिल्ली में सेना के आर आर अस्पताल में प्रणब मुखर्जी ने अंतिम सांस ली. जिसके बाद से लगातार पूरा देश उन्हें श्रद्धाजंलि अर्पित कर रहा है.
देश के प्रति प्रणब दा का अनमोल योगदान
प्रणब मुखर्जी 25 जुलाई 2012 से 25 जुलाई 2017 तक देश के राष्ट्रपति रहे. उनका कार्यकाल काफी बेहतरीन रहा. देश के प्रति प्रणब दा का योगदान अनमोल है. इसी लिए उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए आज हर को भावुक हो गया है. देश के राष्ट्रपति, गृहमंत्री और नेपाल के प्रधानमंत्री समेत कईयों ने प्रणब दा के निधन पर शोक जताया है.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्वीट करके लिखा कि "पूर्व राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी के स्वर्गवास के बारे में सुनकर हृदय को आघात पहुंचा. उनका देहावसान एक युग की समाप्ति है. श्री प्रणब मुखर्जी के परिवार, मित्र-जनों और सभी देशवासियों के प्रति मैं गहन शोक-संवेदना व्यक्त करता हूँ."
"सार्वजनिक जीवन में विराट कद हासिल करने वाले प्रणब दा ने भारत माता की सेवा एक संत की तरह की. देश के एक विलक्षण सपूत के चले जाने से समूचा राष्ट्र शोकाकुल है. असाधारण विवेक के धनी, भारत रत्न श्री मुखर्जी के व्यक्तित्व में परंपरा और आधुनिकता का अनूठा संगम था. 5 दशक के अपने शानदार सार्वजनिक जीवन में, अनेक उच्च पदों पर आसीन रहते हुए भी वे सदैव जमीन से जुड़े रहे. अपने सौम्य और मिलनसार स्वभाव के कारण राजनीतिक क्षेत्र में वे सर्वप्रिय थे."
उन्होंने ये भी लिखा कि "भारत के प्रथम नागरिक के रूप में, उन्होंने लोगों के साथ जुड़ने और राष्ट्रपति भवन से लोगों की निकटता बढ़ाने के सजग प्रयास किए. उन्होंने राष्ट्रपति भवन के द्वार जनता के लिए खोल दिए. राष्ट्रपति के लिए 'महामहिम' शब्द का प्रचलन समाप्त करने का उनका निर्णय ऐतिहासिक है."
गृहमंत्री अमित शाह ने जताया दुख
देश के गृहमंत्री अमित शाह ने प्रणब मुखर्जी को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि "भारत के पूर्व राष्ट्रपति, भारत रत्न श्री प्रणब मुखर्जी जी के निधन पर गहरा दुख हुआ. वह एक बहुत ही अनुभवी नेता थे जिन्होंने पूरी निष्ठा के साथ देश की सेवा की. प्रणब दा का प्रतिष्ठित करियर पूरे देश के लिए बहुत गर्व की बात है."
साथ ही शाह ने ये भी ट्वीट कर लिखा कि "प्रणब दा का जीवन हमेशा उनकी त्रुटिहीन सेवा और हमारी मातृभूमि के लिए अमिट योगदान के लिए पोषित रहेगा. उनके निधन ने भारतीय राजनीति में एक बहुत बड़ा शून्य छोड़ दिया है. इस अपूरणीय क्षति पर उनके परिवार और अनुयायियों के साथ मेरी ईमानदारी से संवेदना है. शांति शांति शांति"
राहुल गांधी ने व्यक्त की गहरी संवेदना
कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर लिखा कि "बहुत दुख के साथ, राष्ट्र को हमारे पूर्व राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी के दुर्भाग्यपूर्ण निधन की खबर मिली. मैं उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए देश में शामिल हुआ. शोक संतप्त परिवार और दोस्तों के प्रति मेरी गहरी संवेदना."
With great sadness, the nation receives the news of the unfortunate demise of our former President Shri Pranab Mukherjee.
I join the country in paying homage to him.
My deepest condolences to the bereaved family and friends. pic.twitter.com/zyouvsmb3V
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 31, 2020
नेपाल के पीएम केपी शर्मा ओली ने जताया दुख
नेपाल के पीएम केपी शर्मा ओली ने ट्वीट करके लिखा, "भारत के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन की खबर से मुझे गहरा दुख हुआ है, सरकार और भारत के लोगों के साथ-साथ शोक संतप्त परिजनों के प्रति हार्दिक संवेदना. उनके निधन से नेपाल ने एक महान मित्र खो दिया है. हमें उनके सार्वजनिक जीवन की विभिन्न क्षमताओं में नेपाल-भारत संबंधों को मजबूत करने में उनके योगदान को याद है."
तो वहीं दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने लिखा कि "पूर्व राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी के निधन की दुखद खबर मिली. ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें और उनके परिवार एंव प्रियजनों को यह दुख सहने का साहस दें."
इसके अलावा मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भी शोक व्यक्त किया और कहा कि "देश के विकास में उनका (पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी) अतुलनीय योगदान रहा है। आजादी के बाद से ही लगातार केंद्र सरकार में विभिन्न पदों पर रहकर उन्होंने मां भारती और जनता की सेवा की है। मैं उनके चरणों में श्रद्धा के सुमन अर्पित करता हूं."
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