नई दिल्ली: रविवार की रात जैसे ही घड़ी ने 9 बजाए वैसे ही पूरा देश रोशनी में नहा उठा. देश भर में लोगों ने दीये और मोमबत्ती जलाकर कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में एकजुटता दिखाई.
PM मोदी ने दीप जलाकर देश को दिया संदेश
रात 9 बजते ही प्रधानमंत्री निवास की सभी लाइट बुझा दी गई. जिसके बाद प्रधानमंत्री ने खुद अपने हाथों से दीया जलाकर प्रकाशपर्व में हिस्सा लिया. पीएम की अपील पर सारा देश एक साथ इस प्रकाश पर्व में शामिल हुआ.
पीएम मोदी के आह्वान पर संकट के काल के दौरान भी लोगों में काफी उत्साह देखा गया. देश के कई हिस्सों दीवाली जैसा माहौल देखने को मिला. खुद प्रधानमंत्री मोदी ने भी दीप जलाकर प्रकाश पर्व में हिस्सा लिया और पूरे देश को एकजुटता का संदेश दिया.
शुभं करोति कल्याणमारोग्यं धनसंपदा ।
शत्रुबुद्धिविनाशाय दीपज्योतिर्नमोऽस्तुते ॥ pic.twitter.com/4DeiMsCN11— Narendra Modi (@narendramodi) April 5, 2020
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां ने भी जलाया दीप
दिल्ली में पीएम मोदी ने दीप प्रज्ज्वलित किया तो गुजरात में उनकी मां हीराबेन ने भी कोरोना के खिलाफ जंग में दीया जलाकर कोरोना के खिलाफ एकजुटता दिखाई. बाद में पीएम ने ट्विटर पर अपनी तस्वीरें भी पोस्ट कीं.
अंधेरा अगर तनहाई और मायूसी देता है, तो रोशनी उम्मीद और उत्साह देती है. तभी तो इस रोशनी में 21 दिन लंबे लॉकडाउन के अंधेरे को प्रकाश पर्व में बदल दिया.
कोरोना जैसे अदृश्य दुश्मन के खिलाफ लड़ी जा रही जंग अगर एक अनुशासित उत्सव में बदल जाए तो इससे ज्यादा पॉजिटिव और भला क्या हो सकता है. इसीलिए तो हर हर वर्ग हर उम्र के लोग इस उत्सव में बढ़-चढ़कर भागीदार बने.
कोरोना संकट पर पीएम मोदी ने दो दिन पहले ही देशवासियों से अपील की थी कि वो 5 अप्रैल की रात 9 बजे घर की लाइट बंद करके बालकनी में आएं और 9 मिनट तक दीये, मोमबत्ती या मोबाइल की फ्लैश लाइट जलाएं, ताकि कोरोना के अंधकार को प्रकाश से हराया जा सके. पीएम की इस अपील पर पूरा देश कोरोना के खिलाफ एक साथ उठ खड़ा हुआ.
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मतलब साफ है जाति, धर्म, संप्रदाय, अमीरी-गरीबी और संकीर्ण सोचों से ऊपर उठकर कोरोना के खिलाफ लड़ने के लिये पूरा देश एकजुट है. हमारी यही एकजुटता उम्मीद जगा रही है कि इस जंग में कोरोना जरूर हारेगा. उम्मीदों के इस दीये को हमें आगे भी जलाकर रखना होगा. क्योंकि, एक अदृश्य शत्रु आज संपूर्ण मानव सभ्यता के लिए सबसे बड़ी चुनौती बन चुका है.
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