नई दिल्ली: Kota Suicide Case: राजस्थान के कोटा में छात्रों के आत्महत्या करने का सिलसिला लगातार बढ़ता ही जा रहा है. हाल ही में कोटा के एक कोचिंग इंस्टीट्यूट में IIT JEE की तैयारी कर रही छात्रा ने खुदकुशी कर ली है. कोटा में जनवरी के महीने में किसी स्टुडेंट की आत्महत्या का यह दूसरा मामला है. बताया जा रहा है कि छात्रा में पढ़ाई के चलते लंबे समय से मानसिक तनाव में थी, जिसके चलते उसने यह कदम उठाया है.
परीक्षा से पहले की आत्महत्या
मृतक छात्रा की पहचान कोटा के बोरखेड़ा क्षेत्र में रहने वाली निहारिका सिंह के रूप में हुई है. निहारिका की 31 जनवरी को परीक्षा थी. उससे दो दिन पहले (29 जनवरी) ही उसने घर पर फांसी का फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली. परिजनों ने छात्रा की मृत्यु की सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस को बुलवाया और छात्रा को अस्पताल पहुंचाया. जहां पर डॉक्टर ने छात्रा को मृत घोषित कर दिया.
मम्मी-पापा मैं JEE नहीं कर सकती...
बता दें कि जांच के दौरान पुलिस को निहारिका के कमरे से एक सुसाइड नोट मिला है. इसमें निहारिका ने लिखा,' मम्मी-पापा मैं JEE नहीं कर सकती. इसलिए मैंने खुदकुशी कर ली है. मैं लूजर हूं. मैं खराब बेटी हूं. सॉरी मम्मी-पापा. यही मेरे पास आखिरी ऑप्शन है.' बता दें कि छात्रा परीक्षा को लेकर काफी ज्यादा तनाव में थी. रोजाना 7-8 घंटे तक पढ़ाई करने के बाद भी वह परेशान ही रहती थी.
आतमहत्या का गढ़ बन रहा कोटा
कोचिंग के गढ़ कोटा में देशभर से हर साल लाखों छात्र इंजीनियरिंग और मेडिकल परीक्षाओं की तैयारी के लिए आते हैं. वहीं बीते कुछ सालों से कोटा में सुसाइड के मामलों में काफी ज्यादा बढ़ोत्तरी देखने को मिली है. पिछले साल यहां पर छात्रों के लगभग 30 आत्महत्या के मामले सामने आए थे.
एडमिशन को लेकर जारी हुई गाइडलाइन
कोटा में छात्रों के लगातार बढ़ रहे आत्महत्या के मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार की ओर से बीते दिनों गाइडलाइन जारी की गई थी. इसके तहत अब 16 साल से कम के बच्चों को कोचिंग सेंटर में दाखिल नहीं दे सकते हैं. जो भी व्यक्ति गैर कानूनी तरीके से ऐसा करेगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.