Sambhal Violence: ये उत्तर प्रदेश पुलिस ने क्या कहा! क्या संभल हिंसा में पाकिस्तान का हाथ था? पढ़ें

Sambhal Violence: छह खाली खोखे और दो गलत तरीके से फायर किए गए कारतूसों की बरामदगी ने न केवल यूपी की घटना के संभावित पाकिस्तान कनेक्शन का खुलासा किया है, बल्कि जांच एजेंसियों को भी हैरान कर दिया है.

Written by - Nitin Arora | Last Updated : Dec 4, 2024, 08:11 PM IST
  • पाकिस्तान कनेक्शन का खुलासा
  • छह खाली खोखे और दो मिसफायर कारतूसों की बरामदगी
Sambhal Violence: ये उत्तर प्रदेश पुलिस ने क्या कहा! क्या संभल हिंसा में पाकिस्तान का हाथ था? पढ़ें

Pakistan connection with sambhal violence:  यूपी के संभल की शाही जामा मस्जिद में कोर्ट द्वारा आदेशित सर्वेक्षण के दौरान हुई सांप्रदायिक झड़पों की चल रही जांच में एक नया मोड़ आया है. इस झड़प में चार लोगों की मौत हो गई थी. उत्तर प्रदेश (यूपी) पुलिस ने मस्जिद के पास कोट गर्वी इलाके से पाकिस्तान निर्मित गोला-बारूद बरामद किया है.

छह खाली खोखे और दो मिसफायर कारतूसों की बरामदगी ने न केवल संभल हिंसा के संभावित पाकिस्तान कनेक्शन का खुलासा किया है, बल्कि जांच एजेंसियों को भी हैरान कर दिया है.

संभल के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ASP) श्रीश चंद्र ने बताया कि घटनास्थल से पाकिस्तान आयुध फैक्ट्री (POF) द्वारा निर्मित दो मिसफायर 9 एमएम कारतूस और एक खाली खोल, साथ ही दो 12 बोर के गोले और दो 32 बोर के गोले बरामद किए गए हैं.

चंद्र ने कहा, 'इस बरामदगी ने हमारी जांच को एक नया आयाम दिया है. हम संभावित पाकिस्तान कनेक्शन पर भी काम कर रहे हैं.'

फोरेंसिक विशेषज्ञों द्वारा चलाए गए 90 मिनट लंबे तलाशी अभियान के दौरान यह बरामदगी की गई. पुलिस ने आगे बताया कि POF 9MM मार्किंग वाले दो कारतूसों के अलावा, विशेषज्ञों ने यूएसए में निर्मित एक कारतूस भी बरामद किया. संभल हिंसा की जांच एक विशेष जांच दल (SIT) द्वारा की जा रही है.

प्रारंभिक जांच
एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई ने पहले कहा था कि संभल में हुई झड़पों के दौरान कुछ दंगाई हथियारबंद थे और हिंसा में सक्रिय रूप से शामिल थे.

मुरादाबाद के संभागीय आयुक्त आंजनेय सिंह ने कहा था कि ज़्यादातर मौतें फायर के कारण हुईं, जो संभवतः देसी पिस्तौल से नजदीक से दागी गई 315 बोर की गोलियां थीं.

हालांकि, पीड़ितों के शरीर से कोई गोली बरामद नहीं हुई, डॉक्टरों ने बताया कि गोलियां प्रभाव के कारण पार हो गईं. पुलिस ने कहा कि सुराग के आधार पर संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है.

हाल ही में यूपी सरकार ने अपने अभियान को फिर से शुरू किया है. इस अभियान के तहत वह सार्वजनिक स्थानों पर होर्डिंग और बैनर लगाएगी, जिन पर संभल में पथराव और हिंसा में शामिल लोगों के नाम, वसूली गई रकम और तस्वीरें होंगी.

क्या है संभल घटना?
जिला प्रशासन के अधिकारियों के अनुसार, 24 नवंबर को तनाव की शुरुआत तब हुई जब भीड़ ने 16वीं सदी की शाही जामा मस्जिद के न्यायालय द्वारा आदेशित सर्वेक्षण का विरोध किया. दूसरे पक्ष द्वारा दावा किया गया था कि मस्जिद एक मंदिर के ऊपर बनाई गई थी. यह सर्वेक्षण एक याचिका के बाद किया गया जिसमें दावा किया गया था कि इस जगह पर कभी हरिहर मंदिर हुआ करता था.

चार मौतों के साथ-साथ झड़पों में 20 पुलिसकर्मियों सहित कई लोग घायल हो गए. अब तक, यूपी पुलिस ने पथराव में शामिल 100 लोगों की पहचान की है और दो महिलाओं सहित 27 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है.

समाजवादी पार्टी के सांसद जिया-उर-रहमान बर्क और विधायक इकबाल महमूद के बेटे सोहेल समेत 2,500 से ज़्यादा लोगों के खिलाफ कुल 12 FIR दर्ज की गई हैं. इस बीच, घटना की मजिस्ट्रेट जांच भी शुरू कर दी गई है.

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