मुंबई: मुंबई में स्कूल संचालकों ने कहा है कि वे मौजूदा शैक्षणिक सत्र में कोविड से पहले की दरों की तुलना में स्कूलों बसों के किराए में 20 फीसदी का इजाफा करेंगे. उन्होंने इस फैस्ले के लिए ईंधन की कीमतों में वृद्धि तथा अन्य कारण बताए हैं. ‘स्कूल बस ओनर्स एसोसिएशन’ के पदाधिकारी रमेश मणियां ने कहा कि छात्रों को स्कूल लाने- ले जाने के लिए बस शुल्क में 20 प्रतिशत या उससे भी अधिक की वृद्धि की जाएगी, लेकिन यह दर क्षेत्रों और स्कूलों के अनुसार अलग-अलग होगी.
स्कूल बस शुल्क बढ़ाने के लिए मजबूर
उन्होंने कहा कि उन्हें विभिन्न कारणों से स्कूल बस शुल्क बढ़ाने के लिए मजबूर होना पड़ा है. उनका कहना है कि ईंधन की कीमत में वृद्धि और बस की लागत में इजाफा हुआ है, इसके अलावा चालक और अन्य कर्मचारियों के वेतन का भुगतान, आरटीओ शुल्क आदि खर्च हैं. सोमवार से राज्य में स्कूल खुल गए हैं.
इस बीच, कुछ छात्रों के माता-पिता ने कहा कि स्कूलों ने अभी तक उन्हें बस शुल्क में वृद्धि के बारे में सूचित नहीं किया है, लेकिन कुछ संचालकों ने शुल्क बढ़ोतरी का संकेत दिया है, जो उन्हें ऐसे समय में प्रभावित करेगा जब वे पहले से ही महंगाई के बोझ से जूझ रहे हैं.
सोमवार को एक हजार से अधिक नए मामले
बता दें कि मुंबई में सोमवार को कोरोना वायरस के एक हजार से अधिक नए मामलों की पुष्टि हुई और किसी भी संक्रमित की मौत नहीं हुई. रविवार की तुलना में 38 फीसदी कम मामले आए हैं. बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने बताया कि महानगर में संक्रमण का इलाज करा रहे मरीजों की संख्या 11,331 हो गई है.
बीएमसी के बुलेटिन के मुताबिक, इसी के साथ शहर में कोविड के मामले बढ़कर 10,81,865 पहुंच गए हैं जबकि मृतक संख्या 19,573 है. रविवार को मुंबई में 1803 मामले मिले थे और दो संक्रमितों की मौत की पुष्टि हुई थी. बुलेटिन के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में संक्रमण से 676 मरीज़ उबरे हैं जिसके बाद संक्रमण मुक्त होने वाले मरीजों की संख्या 10,50,961 पहुंच गई है. शहर की संक्रमण दर 11.61 फीसदी है.
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