भुवनेश्वरः प्रख्यात मूर्तिकार रघुनाथ महापात्र के निधन के कुछ दिन बाद उनके दो बेटों की भी कोविड-19 से मौत हो गई.
उनके पारिवारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी.
पूर्व राज्यसभा सदस्य, पद्म विभूषण से सम्मापित एवं एवं प्रख्यात मूर्तिकार रघुनाथ महापात्र (78 वर्षीय)का कोविड-19 के कारण नौ मई को भुवनेश्वर के एम्स में निधन हो गया था.
प्रशांत ओडिशा की रणजी ट्रॉफी टीम के रहे कैप्टन
पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि उनके छोटे बेटे प्रशांत महापात्र (47) का बुधवार को इसी अस्पताल में संक्रमण से निधन हो गया. प्रशांत ओडिशा की रणजी ट्रॉफी क्रिकेट टीम के कप्तान रह चुके थे.
रघुनाथ महापात्र के बड़े बेटे जशवंत महापात्र (52) को बुधवार को एम्स से ‘एसयूएम कोविड अस्पताल’ में भर्ती कराया गया था, जहां बृहस्पतिवार को उनकी मौत हो गई. अस्पताल ने एक बयान में यह जानकारी दी.
छोटे बेटे की हुई थी सड़क हादसे में मौत
प्रशांत सबसे पहले कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए थे जिसके बाद उनके पिता और बड़े भाई के भी संक्रमित होने की पुष्टि हुई. तीनों को एम्स भुवनेश्वर में भर्ती कराया गया था लेकिन जसवंत को उनके पिता एवं भाई के निधन के बाद निजी अस्पताल में स्थानांतरित किया गया. महापात्र के सबसे छोटे बेटे की भी तीन साल पहले एक सड़क हादसे में मौत हो गई थी.
15 दिन में तीन मौतों से टूट गया परिवार
परिवार के बुजुर्ग सदस्य भास्कर महापात्र ने कहा कि महापात्र की पत्नी रजनी और उनकी तीन बहुएं एक पखवाड़े से भी कम समय में परिवार में तीन मौतों से टूट गई हैं. महापात्र को राष्ट्रपति ने राज्यसभा सदस्य नामित किया था.
कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने राज्य में कई परिवारों को बर्बाद कर दिया है जहां पर एक साथ कई सदस्यों की संक्रमण से मौत हुई है. इसी तरह के मामले में जाजपुर जिले के धाबारगिरि में मां और बेटे की मौत एक ही दिन हुई. वहीं बारगढ़ में कुछ ही घंटों के अंतराल में मौत के बाद पति-पत्नी का एक ही चिता पर दाह संस्कार किया गया.
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