मुंबई: महाराष्ट्र में अपने आप अपनी राजनीति खत्म करने पर तुली शिवसेना लगातार बौखलाहट में अभद्र और आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल कर रही है. शिवसेना (Shivsena) के कार्यकर्ता उद्धव ठाकरे (Uddhav Thakrey) की तीखी आलोचना सुनकर इतना बौखला गए हैं कि वे किसी भी हद तक जाकर विरोधी को निशाना बना रहे हैं.
बेहद शर्मनाक और बेहूदा तरीके से शिवसेना के नेतृत्व वाली BMC ने कंगना रनौत के ऑफिस में तोड़फोड़ की थी. शिवसेना के मुखपत्र सामना (Samna) में कंगना रनौत (Kangna।Ranaut) को नटी कहा गया है और पूरे घटनाक्रम के पीछे भाजपा को जिम्मेदार बताया गया है.
मुंबई को पाकिस्तान और BMC को बाबर कहा गया- शिवसेना
शिवसेना के मुखपत्र सामना में लिखा गया है कि महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई को ग्रहण लगाने का प्रयास एक बार फिर शुरू हो गया है. ये ग्रहण ‘बाहरी’ लोग लगा रहे हैं. लेकिन इन्हें मजबूत बनाने के लिए परंपरा के अनुसार हमारे ही घर के भेदी आगे आए हैं. बीच के दौर में मुंबई को पाकिस्तान कहा गया. मुंबई का अपमान करनेवाली एक नटी (अभिनेत्री) के अवैध निर्माण पर महानगरपालिका द्वारा कार्रवाई किए जाने के बाद मनपा का उल्लेख ‘बाबर’ के रूप में किया गया.
क्लिक करें- Corona virus: कोरोना का भीषण रूप, 47 लाख के पार मरीज और 78,586 की मौत
बिहार चुनाव जीतने के लिए BJP कंगना और सुशांत का समर्थन कर रही- सामना
सामना में लिखा गया है कि मुंबई को पाकिस्तान और BMC को बाबर की सेना कहनेवालों के पीछे महाराष्ट्र का प्रमुख विरोधी पक्ष (BJP) खड़ा होता है, यह अजीब है. लेकिन सुशांत और कंगना को समर्थन देकर उन्हें बिहार का चुनाव जीतना है. बिहार के उच्च वर्गीय राजपूत, क्षत्रिय वोट हासिल करने का यह प्रयास है.
कंगना रनौत के लिए बेहद अभद्र भाषा
शिवसेना सांसद संजय राउत ने कंगना रनौत के लिए कई बार शर्मनाक और आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया है. अब यही भाषा शिवसैनिक भी प्रयोग कर रहे हैं. सामना में कंगना रनौत के लिए लिखा गया है कि एक नटी (Kangna Ranaut) मुंबई में बैठकर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के प्रति तू-तड़ाक की भाषा में बोलती है. चुनौती देने की बात करती है और उस पर महाराष्ट्र की जनता द्वारा कोई प्रतिक्रिया नहीं दी जाती है, यह कैसी एकतरफा आजादी है?