नई दिल्ली: महाराष्ट्र के अमरावती और राजस्थान के उदपुर में हुए हत्याकांड में तार जुड़ते नजर आ रहे हैं. जांच एजेंसियों को शक है कि दोनों हत्याकांड को सोची समझी रणनीति के तहत अंजाम दिया गया हो. हो सकते है कि दोनों हत्याकांड का मास्टरमाइंड एक ही हों. यदि दोनों एक नहीं हैं तो इनका आपस में संपर्क जरूर रहा होगा.
अमरावती और उदयपुर हत्याकांड का संबंध
महाराष्ट्र के अमरावती और राजस्थान के उदयपुर में हुए दोनों हत्याकांड में कहीं मास्टरमाइंड एक ही तो नहीं है. या फिर हो सकता है कि दोनों मास्टरमाइंड लगातार आपस में संपर्क में रहे हों.
अमरावती के उमेश कोल्हे मर्डर केस में जांच एजेंसियों को इस मामले में विदेशी ताकतों के शामिल होने का शक़ था, शायद इसी वजह से NIA ने पहले ही इस एंगल को अपनी FIR का हिस्सा भी बनाया हुआ था. अब जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, NIA का शक भी गहराता जा रहा है. NIA सूत्रों के मुताबिक अमरावती उमेश कोल्हे हत्याकांड के पकड़े गये आरोपियों में से 3 आरोपियों को संदिग्घ इंटरनेशनल कॉल्स आए थे.
NIA सूत्रों के मुताबिक संदिग्ध विदेशी कॉल्स 25 मई को अमरावती हत्याकांड के मुख्य आरोपी इरफान शेख, आरोपी अब्दुल तौफीक और आरोपी आतिब राशिद को आए थे. ये सभी इंटरनेशनल कॉल्स तीन देशों जर्मनी, ब्रिटेन और पाकिस्तान से आए थे.
इंटरनेशनल कॉल्स को लेकर नहीं दी कोई जानकारी
NIA की पूछताछ में आरोपियों ने इन इंटरनेशनल कॉल्स को लेकर किसी भी तरह की जानकारी ना होना बताया है, लेकिन आरोपियों के सीडीआर को जब एजेन्सियों ने खंगाला तो ये इंटरनेशनल कॉल्स सस्पेक्टेड लिस्ट में मौजूद मिले.
सूत्रों के मुताबिक NIA को शक है कि उदयपुर के आरोपियों के पाकिस्तान लिंक्स में मौजूद प्रोपगेंडा मास्टरमाइंड और अमरावती हत्याकांड के आरोपियों के विदेशों में बैठे प्रोपगेंडा मुखिया या तो एक दूसरे से जुड़े हुए हैं या फिर एक ही हैं, लेकिन अभी भी एजेंसियों को इस कनेक्शन को साबित करना बाकी है.
सबसे बड़ी बात ये है कि एक महीना बीत जाने के बाद भी, NIA को इस मामले का आंठवा आरोपी शमीन नही मिल पाया है. शक इस बात का भी है कि शमीन अपने परिवार के साथ भारत की सीमा से बाहर जा चुका हो.
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