नई दिल्ली: नागरिकता कानून के विरोध में यूपी के कई शहरों में हुई हिंसा के तमाम वीडियो अब तक सामने आ चुके हैं. किसी वीडियो में आगजनी है, तो किसी में पत्थरबाजी और विरोध प्रदर्शन देखा जा सकता है. लेकिन उत्तर प्रदेश पुलिस ने मेरठ में हुई हिंसा के 2 ऐसे वीडियो जारी किये हैं, जो बेहद चौकाने वाले हैं.
30 पुलिसकर्मियों को जिंदा जलाने की कोशिश
पुलिस के मुताबिक मेरठ में प्रदर्शनकारियों ने एक दुकान में मौजूद 30 पुलिसकर्मियों को जिंदा जलाने की साजिश रची थी. मेरठ में नागरिकता कानून के विरोध में हुए हिंसक प्रदर्शन के दोनों वीडियो 20 दिसंबर 2019 के हैं. पुलिस का दावा है कि हिंसा में पुलिस वालों को जिंदा जलाने की कोशिश हुई थी. उपद्रवियों ने 30 पुलिसवालों को घर में बंद कर दिया था. जिसके बाद घर में आग लगाने की कोशिश हुई थी. लेकिन, पुलिस की सूझबूझ से इन पुलिसकर्मियों को बाहर निकाल लिया गया.
मेरठ के एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह ने ये बड़ा खुलासा करते हुए वीडियो के बारे में पूरी जानकारी दी.
अबतक 13 मुकदमे दर्ज
मेरठ के लिसाड़ी गेट इलाके में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में हिंसा मामले में अब तक 13 मुकदमे दर्ज किए गए हैं. पुलिस ने उपद्रव में शामिल लोगों के फोटो और वीडियो के आधार पर पहचान की है. जिनके पोस्टर भी शहर में लगाए गए हैं. मेरठ के SSP अजय साहनी ने कहा है कि इस हिंसा में PFI और SDPI का हाथ हो सकता है. मेरठ में इन संगठनों के 4 लोग जेल भेजे जा चुके हैं.
यूपी के अल्पसंख्यक मंत्री मोहसिन रजा ने कहा है कि SIMI के ही लोग प्रतिबंधित होने के बाद PFI में शामिल हो गए और अब SIMI के लोग ही ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के पदाधिकारी हो गए हैं. ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य जफरयाब जिलानी ने मोहसिन रजा के आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए चुनौती दी है कि वो गृह मंत्रालय से इसकी शिकायत करके दिखाएं
कर्नाटक से पीएम मोदी की हुंकार
नागरिकता संशोधन कानून के विरोध पर पीएम मोदी ने एक बार फिर विपक्ष पर हमला बोला. .कर्नाटक के तुमकुर की एक रैली में पीएम मोदी ने कांग्रेस से पूछा कि पाकिस्तान के सताए लोगों के समर्थन में कब जुलूस निकालेंगे? जिसके बाद कांग्रेस पार्टी को पीएम मोदी की इस बात की मिर्ची लग गई. और कांग्रेस ने अपने आधिरकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करके पीएम पर निशाना साधा.
यहां देखे ट्वीट-
मोदीजी ये आंदोलन संसद नहीं, आपके विभाजनकारी कारनामों के खिलाफ हो रहा है। हम आपको देश नहीं तोड़ने देंगे। रही बात पाकिस्तान की, तो इसी हिंदुस्तान ने 1948, 65, 71, कारगिल में जो घाव उसे दिए हैं, वो अब तक नहीं उबर पाया। पाकिस्तान को जवाब ही देना है तो बिरयानी और आम का खेल बंद कीजिए। https://t.co/ZdaTDawNW8
— Congress (@INCIndia) January 2, 2020
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