ठाकरे ने कोश्यारी पर लगाया हिंदुओं को बांटने का आरोप, बोले- उन्हें दिखानी चाहिए कोल्हापुरी चप्पल

शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने शनिवार को महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुंबई के संबंध में की गई अपनी टिप्पणी पर माफी मांगने की मांग की. उन्होंने कहा कि अब यह तय करने का समय आ गया है कि उन्हें घर वापस भेजा जाये या जेल भेजा जाये. 

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jul 30, 2022, 07:37 PM IST
  • 'कोश्यारी को घर वापस भेजा जाए या जेल'
  • कोश्यारी ने मुंबई के संबंध में की थी टिप्पणी
ठाकरे ने कोश्यारी पर लगाया हिंदुओं को बांटने का आरोप, बोले- उन्हें दिखानी चाहिए कोल्हापुरी चप्पल

नई दिल्लीः शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने शनिवार को महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुंबई के संबंध में की गई अपनी टिप्पणी पर माफी मांगने की मांग की. उन्होंने कहा कि अब यह तय करने का समय आ गया है कि उन्हें घर वापस भेजा जाये या जेल भेजा जाये. 

हिंदुओं के ध्रुवीकरण का लगाया आरोप
ठाकरे ने राज्यपाल पर मुंबई और ठाणे में ‘शांति से रह रहे हिंदुओं का ध्रुवीकरण’ करने का भी आरोप लगाया. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक,  उद्धव ने कहा कि महाराष्ट्र में बहुत सी चीजें जो उन्हें दिखानी होंगी. खाना-पीन, पहाड़ जैसी कई चीजें हैं. उन्हें कोल्हापुरी चप्पल भी दिखानी चाहिए.

कोश्यारी ने शुक्रवार शाम यहां एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि मुंबई में यदि गुजराती और राजस्थानी लोग नहीं रहेंगे तो यहां पैसा बचेगा ही नहीं और यह देश की आर्थिक राजधानी नहीं रहेगी. 

'मराठी लोगों के खिलाफ राज्यपाल के मन में नफरत'
इस टिप्पणी को लेकर हुए विवाद के बाद राज्यपाल ने शनिवार को कहा कि उनकी टिप्पणियों को गलत समझा गया है. उन्होंने कहा कि उनका ‘मराठी भाषी लोगों की कड़ी मेहनत को कमतर करने का कोई इरादा नहीं था.’ अपने आवास ‘मातोश्री’ में यहां संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए ठाकरे ने कहा, ‘मराठी लोगों के खिलाफ राज्यपाल के मन में जो नफरत है, वह अनजाने में सामने आ गई है.’ 

'कोश्यारी को घर वापस भेजा जाए या जेल'
उन्होंने मांग की कि राज्यपाल मराठी लोगों से माफी मांगें. ठाकरे ने आरोप लगाया, ‘अब समय आ गया है कि कोश्यारी को घर वापस भेजा जाए या फिर जेल... पिछले तीन साल में उन्होंने महाराष्ट्र में रहकर मराठी भाषी लोगों का अपमान किया है. अब इन टिप्पणियों से उन्होंने राज्यपाल के पद का अपमान किया है.’ 

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जब वह कोविड​​-19 महामारी से लड़ रहे थे और लोग मर रहे थे, राज्यपाल चाहते थे कि धार्मिक स्थलों को फिर से खोल दिया जाए. 

ठाकरे बोले- सावित्रीबाई फुले का भी किया था अपमान
ठाकरे ने आरोप लगाया, ‘कोश्यारी ने महाराष्ट्र विधान परिषद के लिए राज्यपाल के कोटे से 12 नामों को मंजूरी नहीं दी. उन्होंने समाज सुधारक सावित्रीबाई फुले के खिलाफ भी अपमानजनक टिप्पणी की थी.’

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