'आम आदमी पार्टी' में शामिल होने से पहले केजरीवाल के लिए क्या कहते थे अवध ओझा? जानें- UPSC वाले सर के सियासी मायने

Aam Aadmi Party News: यूपीएससी कोच और इंफ्लूएंसर अवध ओझा आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए हैं. इतिहास को पौराणिक कथाओं और समसामयिक विषयों के साथ मिलाकर पढ़ाने वाले ओझा ने पहले भाजपा, कांग्रेस और बसपा से टिकट पाने की कोशिश की थी. ओझा द्वारा आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल पर हमला करने के क्लिप अब खूब शेयर किए जा रहे हैं.

Written by - Nitin Arora | Last Updated : Dec 3, 2024, 04:53 PM IST
  • यूपीएससी मेंटर अवध ओझा की कहानी
  • अवध ओझा की राजनीतिक महत्वाकांक्षाएं AAP से शुरू नहीं हुईं
'आम आदमी पार्टी' में शामिल होने से पहले केजरीवाल के लिए क्या कहते थे अवध ओझा? जानें- UPSC वाले सर के सियासी मायने

Avadh Ojha: यूपीएससी कोच और इंफ्लूएंसर अवध ओझा आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए हैं. इतिहास को पौराणिक कथाओं और समसामयिक विषयों के साथ मिलाकर पढ़ाने वाले ओझा ने पहले भाजपा, कांग्रेस और बसपा से टिकट पाने की कोशिश की थी. ओझा द्वारा आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल पर हमला करने के क्लिप अब खूब शेयर किए जा रहे हैं.

प्रसिद्ध UPSC कोच और शिक्षक अवध ओझा ने इस साल की शुरुआत में एक इंटरव्यू में ​​कहा था, 'मैं प्रयागराज में भारतीय जनता पार्टी (BJP) और अमेठी से कांग्रेस से टिकट मांग रहा था.' हालांकि, ऐसा हो नहीं पाया, लेकिन ओझा ने राजनीति में कदम रख दिया है. वह 2025 के दिल्ली विधानसभा चुनावों से पहले अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए हैं. केजरीवाल पर कटाक्ष करने के लिए मशहूर ओझा अब चुनाव प्रचार अभियान में शामिल होंगे और संभवतः अब उनकी तारीफ करते भी नजर आएंगे.

ओझा द्वारा खुलकर राजनीतिक आकांक्षाएं साझा की जाती रही हैं. अब जहां उन्होंने आखिरकार सोमवार को आप में शामिल होकर अपने सपनों की ओर कदम बढ़ा दिया है.

यूपीएससी मेंटर अवध ओझा की कहानी
अपने छात्रों के लिए 'ओझा सर' अब शिक्षक से राजनेता बन गए हैं. वह पूर्वी उत्तर प्रदेश के गोंडा के रहने वाले हैं. भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के लिए क्वालीफाई करने में असफल होने के बाद ओझा ने 2005 में दिल्ली में विभिन्न आईएएस/यूपीएससी कोचिंग संस्थानों में पढ़ाना शुरू किया. इनमें वाजीराम और रवि, नेक्स्ट आईएएस अकादमी, एबीसी एकेडमी ऑफ सिविल सर्विसेज और हाल ही में शामिल पुणे की इकरा आईएएस जैसी प्रमुख संस्थाएं शामिल हैं.

पिछले कुछ वर्षों में, 40 वर्षीय ओझा ने हजारों उम्मीदवारों को प्रशिक्षित किया है, जिनमें से कई भारतीय नौकरशाही में प्रमुख पदों पर आसीन हुए हैं.

अवध ओझा अपने पढ़ाने के तरीके से जाने जाते हैं. वह इतिहास को समसामयिक घटनाओं और पौराणिक कथाओं के साथ जोड़कर सीखाते हैं. कोविड-19 महामारी के दौरान ओझा की लोकप्रियता तब बढ़ी जब उन्होंने ऑनलाइन क्लास शुरू की और एक YouTube चैनल लॉन्च किया.

अवध ओझा की राजनीतिक महत्वाकांक्षाएं AAP से शुरू नहीं हुईं
AAP में शामिल होने से पहले ओझा ने भाजपा, कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के माध्यम से राजनीति में प्रवेश करने की कोशिश की थी. द प्रिंट की एक रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने इलाहाबाद, कैसरगंज या रायबरेली से लोकसभा टिकट के लिए भाजपा से संपर्क किया था, लेकिन पार्टी नेतृत्व उन्हें मैदान में उतारने के पक्ष में नहीं था. उन्होंने द लल्लनटॉप को बताया कि इसके बाद उन्होंने अमेठी से चुनाव लड़ने की उम्मीद में कांग्रेस से संपर्क किया. हालांकि, पार्टी ने गांधी परिवार के वफादार केएल शर्मा को चुना. शर्मा ने भाजपा की स्मृति ईरानी के खिलाफ जीत हासिल की.

जब ओझा से पूछा गया कि वह भाजपा और कांग्रेस दोनों से टिकट कैसे मांग सकते हैं तो ओझा ने जवाब दिया, 'मेरी स्थिति महाभारत में कृष्ण की तरह थी. जो कोई भी मुझे अपने पक्ष में बुलाएगा, मैं उसके लिए लड़ूंगा.'

इसके बाद उन्होंने खुद का वर्णन करने के लिए फिल्म साहेब बीवी और गैंगस्टर के एक संवाद का हवाला दिया, 'न तो शाकाहारी और न ही मांसाहारी, बल्कि एक मौकापरस्त.'

अवध ओझा ने इससे पहले न्यूज24 को दिए साक्षात्कार में खुलासा किया था कि वह मायावती के नेतृत्व वाली बीएसपी के साथ 2024 के आम चुनाव में यूपी की फूलपुर सीट पर चुनाव लड़ने के लिए बातचीत कर रहे थे, यह एक ऐसी सीट है जिसे भारत के पहले पीएम जवाहरलाल नेहरू ने तीन बार जीता था.

हालांकि, ओझा ने बताया कि आप में शामिल होने का फैसला पार्टी का शिक्षा नीतियों के प्रति कार्य था.

जब अवध ओझा ने अरविंद केजरीवाल की आलोचना की
अवध ओझा की कक्षाओं की वायरल क्लिप्स उनकी बेबाक शैली को दर्शाती हैं. जिसमें वे 'कठोर' यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ की प्रशंसा करते हुए देखे जा सकते हैं. उन्होंने राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा की भी प्रशंसा की. जहां उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष किया है. वहीं ओझा ने आप संयोजक अरविंद केजरीवाल की भी प्रशंसा की है, हालांकि उन्होंने आलोचना भी की है.

दिल्ली भाजपा ने आप में शामिल हुए नए चेहरे पर हमला करने के लिए ओझा द्वारा केजरीवाल की आलोचना करने के कुछ पुराने क्लिप्स खोज निकाले.

दिल्ली भाजपा द्वारा X पर शेयर की गई ऐसी ही एक क्लिप में अवध ओझा को दिल्ली शराब घोटाले पर केजरीवाल की आलोचना करते हुए देखा जा सकता है. ओझा वीडियो में कहते हैं, 'उनके जैसे लोग राजनीति में आएंगे और अगर जनता जागरूक होगी, अगर शराब बांटी गई, तो वे जेल में जाएंगे. उन्हें इसका खामियाजा भुगतना पड़ा या नहीं? वे जेल में ही रहे और उन्हें मुख्यमंत्री पद से हटा दिया गया.'

भाजपा ने वीडियो के साथ कैप्शन दिया: 'देख रहा है विनोद! AAP यू-टर्न मास्टर्स से भरी हुई है.' अवध ओझा के एक और वीडियो को भाजपा के हैंडल ने पोस्ट किया, जिसका शीर्षक था, 'गजब टोपीबाज आदमी है'

ओझा को क्लिप में ये कहते हुए सुना गया, 'देखिए, अरविंद केजरीवाल ने 2008 में इंडिया अगेंस्ट करप्शन के साथ इस क्षेत्र में प्रवेश किया. उन्होंने अन्ना हजारे, किरण बेदी, कुमार विश्वास जैसे सभी लोगों को एक साथ लाया और बीच में खड़े होकर सारा ध्यान अपनी ओर खींच लिया.'

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