नई दिल्ली. ये स्टडी कोविड-19 के एक म्यूटेशन स्ट्रेन के बारे में जानकारी दे रही है. ये जानकारी डरावनी है. स्टडी का निष्कर्ष है कि कोरोना का ये नया रूप पुराने Covid-19 से दस गुना ज्यादा खतरनाक सिद्ध हो सकता है.
अमेरिका के स्क्रिप्स रिसर्च इंस्टीट्यूट ने दी जानकारी
ये स्टडी अमेरिका के स्क्रिप्स रिसर्च इंस्टीट्यूट में की गई है. इस स्टडी में दावा किया गया है कि कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन बेहद खतरनाक है. अब जबकि पुराने वायरस ने दुनिया में इतना कोहराम मचाया हुआ है, तो इस नए वायरस के आने के बाद आलम क्या होगा, ये कहना जितना मुश्किल है उतना ही डरावना भी.
तीन जगह देखने में आया है ये म्यूटेशन
अमेरिकी मीडिया जगत को प्राप्त जानकारी के अनुसार स्टडी की ये रिपोर्ट बताती है कि तीन जगह कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन देखा गया है. स्क्रिप्स रिसर्च इंस्टीट्यूट की स्टडी से प्राप्त संकेत बता रहे हैं कि अमेरिका, ब्रिटेन और इटली में कोरोना वायरस का नया म्यूटेशन देखने में आया है और इसका अध्ययन करने पर पाया गया है कि यह नया वायरस स्ट्रेन वुहान में पाए गए मूल कोरोना वायरस से 10 गुना अधिक संक्रामक है औऱ उतना ही घातक भी.
शरीर के रिसेप्टर्स पर करता है हमला
इस रिसर्च से जुड़े वैज्ञानिकों ने जानाकारी देते हुए बताया कि कोरोना वायरस का ये नया म्यूटेशन स्ट्रेन बहुत जल्दी से शरीर में फैलता है और उतनी ही तीव्रता से शरीर के रिसेप्टर्स पर हमला भी करता है. वैज्ञानिकों ने कोरोना वायरस के इस नये रूप का नाम D614G दिया है. उन्होंने बताया कि ये स्ट्रेन अपने भीतर दूसरे वायरसों की अपेक्षा चार-पांच गुना ज्यादा 'स्पाइक्स प्रोटीन' लेकर चलता है.
ये भी पढ़ें. अनमोल नारंग बनी अमेरिकी सैन्य अकादमी से ग्रेजुएट हुई पहली सिक्ख महिला