देवघरः सेप्टिक टैंक साफ करने उतरे थे और जिंदगी से हाथ धो बैठे छह लोग

जिले के देवीपुरा गांव में यह हादसा हुआ है. रविवार सुबह यहां एक नए बने मकान में सेप्टिक टैंक की सफाई किए जाने के लिए सेंट्रिंग खोली गई. इसके बाद सफाई के लिए एक मजदूर उतरा. लेकिन कुछ देर में भी वह जब वापस नहीं आया तो दूसरा व्यक्ति गया, उसके भी न आने पर तीसरा परिजन भी नीचे उतर गया. इस तरह एक-एक करके 6 लोग सेप्टिक टैंक में उतर कर अचेत हो गए. 

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Aug 9, 2020, 05:14 PM IST
    • जिले के देवीपुरा गांव में यह हादसा हुआ है. रविवार सुबह यहां एक नए बने मकान में सेप्टिक टैंक की सफाई किए जाने के लिए सेंट्रिंग खोली गई थी
    • पुलिस ने बताया कि हादसे में एक मजदूर, एक ही परिवार के तीन लोग और दो अन्य लोग भी मारे गए हैं.
देवघरः सेप्टिक टैंक साफ करने उतरे थे और जिंदगी से हाथ धो बैठे छह लोग

देवघरः एक नवनिर्मित मकान में बना सेप्टिक टैंक एक-एक करके छह लोगों की जिंदगी लील गया. दिल दहला देने वाली यह घटना झारखंड के देवघर जिले से आई है. बताया गया कि हादसे नए बने सेप्टिक टैंक सेंट्रिंग खोलने के दौरान हुआ. इस दौरान एक व्यक्ति के उतरने के बाद अन्य परिजन उसे देखने के लिए उतरते रहे और जहरीली गैस का शिकार बन कर मौत के मुंह में पहुंचते चले गए. 

देवीपुरा गांव में हुआ हादसा
जानकारी के मुताबिक, जिले के देवीपुरा गांव में यह हादसा हुआ है. रविवार सुबह यहां एक नए बने मकान में सेप्टिक टैंक की सफाई किए जाने के लिए सेंट्रिंग खोली गई. इसके बाद सफाई के लिए एक मजदूर उतरा.

लेकिन कुछ देर में भी वह जब वापस नहीं आया तो दूसरा व्यक्ति गया, उसके भी न आने पर तीसरा परिजन भी नीचे उतर गया. इस तरह एक-एक करके 6 लोग सेप्टिक टैंक में उतर कर अचेत हो गए. 

जेसीबी की मदद से निकाला शव
घटना से पूरे गांव में शोर मच गया. जानकारी मिलने पर जिला प्रशासन के अफसर और पुलिस भी मौके पर पहुंची. पुलिस ने बताया कि हादसे में एक मजदूर, एक ही परिवार के तीन लोग और दो अन्य लोग हादसे में मारे गए हैं.

स्थानीय लोगों और जेसीबी की मदद से टैंक में बेहाश पड़े सभी लोगों को बाहर निकाला गया और इलाज के लिए आनन फानन में सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया.

सभी छह लोग मृत घोषित
अस्पताल में सभी छह लोगों को मृत घोषित कर दिया गया. मृतकों की पहचान देवीपुर थाना क्षेत्र के कोल्हड़िया गांव निवासी 48 वर्षीय गोविंद मांझी और उनके दो बेटे बबलू मांझी (26) व लालू मांझी (24) शामिल हैं. मकान मालिक ब्रजेश चंद बरनवाल (48), उनका भाई मिथलेश चंद बरनवाल और एक अन्य युवक लीलू मुर्मू के तौर पर हुई है. 

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