सोना लुटाने वाला बादशाह मनसा मूसा

इतिहास में एक ऐसा अमीर भी हुआ है जिसकी  कुल संपत्ति का अनुमान भी मुश्किल था..और ये शख्स था टिंबकटू का बादशाह जिसे जाना जाता था मनसा मूसा प्रथम के नाम से..  

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Mar 8, 2020, 07:17 AM IST
    • सोना लुटाने वाला बादशाह मूसा मनसा
    • असली नाम मूसा कीटा प्रथम
    • 1312 ईस्वी में बना था शासक
    • 1324 में की मक्का की यात्रा
    • काहिरा में किया सोने का दान
सोना लुटाने वाला बादशाह मनसा मूसा

 

नई दिल्ली. मनसा मूसा बरसों पहले अफ्रीकी देश माली के प्रसिद्ध शहर टिम्बकटू का राजा हुआ करता था. मनसा मूसा प्रथम जब माली का सुल्तान हुआ करता था उस समय वहां सोने के भंडार हुआ करते थे. जैसी जानकारी प्राप्त हुई है, मूसा मनसा प्रथम की बादशाहत के दौरान एक साल में लगभग 1000 किलो सोने का उत्पादन टिंबकटू में होता था. 

असली नाम मूसा कीटा प्रथम 

असल में मूसा कीटा प्रथम नाम था मूसा का लेकिन राजा बनने के बाद उनको मनसा कह कर बुलाया गया. स्थानीय भाषा में मनसा का मतलब बादशाह होता है. बताया जाता है कि मूसा की सल्तनत इतनी बड़ी थी कि इसके अंतिम छोर के बारे में अनुमान भी सम्भव नहीं था. आज के अफ्रीकी देश, मॉरीटानिया, सेनेगल, गांबिया, गिनिया, बुर्किना फासो, माली, नाइजर, चाड और नाइजीरिया उस समय मूसा के राज्य का भाग हुआ करते थे. 

1312 ईस्वी में  बना था शासक 

जिस दौर में मूसा माली का शासक बना वो माली का स्वर्णिम युग था. सन 1312 ईस्वी में मनसा मूसा ने माली साम्राज्य की बागडोर सम्हाली.  25 साल के अपने शासनकाल के दौरान उसने कई मस्जिदों का निर्माण कराया था, जिनमें से कई तो आज भी वहां देखी जा सकती हैं. इन्ही मस्जिदों में से एक टिम्बकटू की लोकप्रिय जिंगारेबेर मस्जिद भी है. 

1324 में की मक्का की यात्रा 

मनसा मूसा के बारे में कहा जाता है कि 1324 ईस्वी में वह अपने साथ 60 हजार लोगों का काफिला लेकर मक्का की यात्रा पर निकला था. उसके काफिले में 12 हजार तो केवल उसके निजी सेवक थी. इसके अलावा मनसा मूसा जिस घोड़े पर सवार थे, उससे आगे 500 लोगों का एक दस्ता था और सबने अपने हाथों में सोने की एक-एक छड़ी ले रखी थी, 

काहिरा में किया सोने का दान 

ये घटना मनसा मूसा को लेकर प्रसिद्ध है  कि मक्का की यात्रा के समय उसके काफिले में 80 ऊंटों का एक जत्था भी था और हर ऊंट पर 136 किलो सोना लदा हुआ था. मनसा मूसा के बारे में कहा जाता है कि वे इतने उदार हृदय के स्वामी थे कि जब वो मिस्र की राजधानी काहिरा से हो कर गुजर रहे थे तो उस समय उन्होंने गरीबों पर इतना सारा सोना लुटा दिया कि उस इलाके में बड़े पैमाने पर महंगाई बढ़ गई थी.  

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