लखनऊ: कानपुर शूटआउट के मोस्टवॉन्टेड विकास दुबे को मध्य प्रदेश के उज्जैन से गिरफ्तार कर लिया गया है. उज्जैन पुलिस ने महाकाल मंदिर के गॉर्ड की मदद से विकास दुबे को धर दबोचा है. सपा में कई वर्षों तक रहकर विकास दुबे ने राजनीति की और उसकी पत्नी समाजवादी पार्टी की आजीवन सदस्य भी हैं. अब समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने उत्तरप्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर सवाल खड़े किए हैं.
अखिलेश यादव ने पूछा- विकास ने सरेंडर किया या गिरफ्तार हुआ ?
ख़बर आ रही है कि ‘कानपुर-काण्ड’ का मुख्य अपराधी पुलिस की हिरासत में है. अगर ये सच है तो सरकार साफ़ करे कि ये आत्मसमर्पण है या गिरफ़्तारी. साथ ही उसके मोबाइल की CDR सार्वजनिक करे जिससे सच्ची मिलीभगत का भंडाफोड़ हो सके.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) July 9, 2020
उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि यूपी पुलिस को बताना चाहिये कि विकास दुबे ने आत्म समर्पण किया है या पुलिस ने अपने पराक्रम से गिरफ्तार किया है. उन्होंने योगी आदित्यनाथ की सरकार से मांग की है कि विकास दुबे की सभी कॉल डिटेल सार्वजनिक की जाएं ताकि पूरा सच सामने आ सके.
'मैं विकास दुबे हूं, कानपुर वाला'
बताया जा रहा है कि विकास दुबे महाकाल मंदिर के सामने खड़ा था. जैसे ही वहां स्थानीय मीडिया पहुंची तो उसने चिल्लाया कि मैं विकास दुबे हूं, कानपुर वाला. इसके बाद स्थानीय पुलिस भी मौके पर पहुंच गई. तुरंत उसे गिरफ्तार किया गया और सीधे महाकाल थाने लाया गया है, जहां उससे पूछताछ की जा रही है.
आपको बता दें कि अखिलेश यादव की सरकार में विकास दुबे खूब खुलेआम घूम रहा था लेकिन उनकी सरकार ने उस पर कोई कार्रवाई नहीं की. सपा के टिकट पर विकास दुबे चुनाव भी जीत गया था और उसकी पत्नी आजीवन समाजवादी पार्टी की सदस्य थीं. अखिलेश यादव इन तथ्यों पर चुप बैठे हैं और विकास दुबे की गिरफ्तारी पर सवाल खड़े करके राजनीतिक पॉइंट स्कोर करना चाहते हैं.