लद्दाख: पीएम मोदी के लेह दौरे चीन और कांग्रेस दोनों भड़क गए हैं. पीएम मोदी के लेह दौरे से एक तरफ चीन के होश उड़े हुए हैं और दूसरी तरफ कांग्रेस अपनी डूबती सियासत को बचाने में असमर्थ हो गयी है. कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मजबूत नेतृत्व पर विवादित बयान दिया है और उन्हें चीन के मुकाबले कमजोर सिद्ध करने का शर्मनाक पाप किया है.
पीएम मोदी को बताया कमजोर प्रधानमंत्री
28 मई, 2020 -
“मन की बात” में चीन का नाम नहीं।30 मई, 2020 -
“राष्ट्र के नाम” संदेश में चीन का नाम नहीं।3 जुलाई, 2020 -
“सैनिकों से बात” में चीन का नाम नहीं।मज़बूत भारत के प्रधानमंत्री इतने कमजोर क्यों?
चीन का नाम तक लेने से गुरेज़ क्यों?
चीन से आँख में आँख डाल कब बात होगी?— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) July 3, 2020
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट करते हुए पूछा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चीन का नाम लेने से गुरेज क्यों है. साथ ही सुरजेवाला ने यह भी सवाल किया है कि चीन से आंख में आंख डाल कब बात होगी. जिस चीन से कांग्रेस फंड लेती पकड़ी गई है उसके मानसिक सम्बल देने के लिए भारत के प्रधानमंत्री पर निराधार आरोप लगा रही है. कांग्रेस ने पीएम मोदी को कमजोर प्रधानमंत्री बताया.
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पीएम मोदी के मुंह से चीन का व्याख्यान सुनना चाहती है कांग्रेस
आपको बता दें कि कांग्रेस कई दिनों से पीएम मोदी के मुंह से अपने प्रिय चीन का।महिमामंडन सुनना चाहती है. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा था कि भारत सुपर पावर है, मगर देश के प्रधानमंत्री चीन का नाम तक नहीं लेते हैं. यह जानते हुए कि चीन हमारे सिर पर आकर बैठा है, आखिर क्या वजह है कि प्रधानमंत्री के मुंह से चीन शब्द नहीं निकलता है. कांग्रेस की शर्मनाक सियासत को देखकर लोग सवाल कर रहे हैं कि क्या भारत में चीनी एप्स पर रोक लगने से कांग्रेस को तकलीफ हो रही है.
लेह में सैनिको को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आपकी भुजाएं उन चट्टानों जैसी मजबूत हैं, जो आपके इर्द-गिर्द हैं. आपकी इच्छा शक्ति आस पास के पर्वतों की तरह अटल हैं. पीएम मोदी ने चीन जैसे देशों को चेतावनी देते हुए कहा कि भारत विकास पर ध्यान केंद्रित करता है लेकिन सीमाओं पर उद्दंडता भारत बर्दाश्त नहीं करेगा.