नई दिल्लीः किसान संशोधन बिल को लेकर विपक्षी दलों का विरोधी राग बंद नहीं हो रहा है, वहीं जिन राज्यों में भाजपा ने दूसरे दलों के समर्थन से सरकार बनाई है तो वहां भी कानून को लेकर गर्मी सी बढ़ रही है. किसान बिल को लेकर पंजाब-हरियाणा और उत्तर प्रदेश में ही मुखर विरोध हो रहा है.
रविवार को राज्य सभा से भी बिल पास होने के बाद विपक्षी दलों के साथ मिलकर कांग्रेस ने हंगामा जारी रखा हुआ है. इस बीच हरियाणा के डिप्टी सीएम ने बड़ा बयान दिया है.
हरियाणा में आई थी हलचल की खबर
रविवार हरियाणा डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा है कि न्यूनतम समर्थन मूल्य जिस दिन भी खतरे में आया, मैं अपना पद उसी दिन छोड़ दूंगा.
दुष्यंत चौटाला का यह बयान इसलिए भी अहम है कि क्योंकि अकाली नेता हरसिमरत कौर के इस्तीफे के बाद हरियाणा में हलचल की खबर आई थी. डिप्टी सीएम ने सीएम मनोहर लाल से मुलाकात की थी.
चौटाला ने किया ट्वीट
रविवार को विरोध-प्रदर्शनों के बीच दुष्यंत चौटाला ने ट्वीट किया. डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा, 'संसद द्वारा पारित किसानों को लेकर बिलों में न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) प्रणाली को समाप्त करने का कोई उल्लेख नहीं है.
There is no mention of ending minimum support price (MSP) system in the #AgricultureBills passed by Parliament. I will quit my post the day any danger to the MSP system is posed: Haryana Deputy Chief Minister Dushyant Chautala (file photo) pic.twitter.com/iUnP01nVwn
— ANI (@ANI) September 20, 2020
अगर एमएसपी सिस्टम पर कोई भी खतरा मंडराया तो मैं उसी दिन अपना पद छोड़ दूंगा. हरियाणा-पंजाब जैसे राज्यों में किसानों से जुड़े बिलों के खिलाफ लगातार विरोध-प्रदर्शन हो रहा है.
हरसिमरत कौर के इस्तीफे के बाद बढ़ा चौटाला पर दबाव
शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) सांसद और मोदी सरकार में पूर्व मंत्री हरसिमरत कौर के पिछले दिनों कृषि विधेयकों का विरोध करते हुए इस्तीफा दिए जाने के बाद दुष्यंत चौटाला पर भी दबाव बढ़ गया.
किसानों समेत राजनीति से जुड़े कई लोगों ने राज्य के डिप्टी सीएम चौटाला से मनोहर लाल खट्टर सरकार से समर्थन वापस लेने का दबाव बनाया. इस बीच, चौटाला ने पूरे मामले को लेकर मुख्यमंत्री खट्टर से मुलाकात भी की थी.
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