पटना: बिहार के अगले मुख्यमंत्री (Bihar next chief Minister) के रुप में नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के नाम पर अब कोई संदेह नहीं रह गया है. भाजपा ने पूरी सहमति जताते हुए नीतीश कुमार के हाथों में एक बार फिर बिहार की कमान सौंप दी है.
भाजपा की तरफ से रविवार को नीतीश कुमार को सीएम बनाने का ऐलान कर दिया गया.
एनडीए की बैठक में हुआ फैसला
नीतीश कुमार को सर्वसम्मति से पहले उनकी अपनी पार्टी जदयू (JDU) विधान मंडल का नेता चुना गया. इसके बाद मुख्यमंत्री आवास पर एनडीए की बैठक बुलाई गई. जिसमें बिहार में NDA में शामिल सभी चार घटक दलों के नेता मौजूद थे. इस बैठक में रक्षा मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता राजनाथ सिंह के अलावा HAM प्रमुख और पूर्व सीएम जीतन राम मांझी और VIP के अध्यक्ष मुकेश सहनी भी शामिल हुए. इस बैठक में नीतीश कुमार के नाम पर मुहर लगा दी गई. बकौल नीतीश कुमार, सोमवार शाम करीब 4.30 बजे शपथ ग्रहण समारोह होगा.
नीतीश का नया रिकॉर्ड
नीतीश कुमार सातवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. यह अपने आप में एक रिकॉर्ड है. 1985 में पहली बार विधायक और 1989 में पहली बार सांसद बनने के बाद नीतीश पांच बार लोकसभा के लिए चुने जा चुके हैं. इसके अलावा वह अबतक कुल छह बार बिहार के मुख्यमंत्री बने. साल 2000 में पहली बार मुख्यमंत्री बनने के बाद से बीच में अगर 10 महीने के अतिरिक्त पिछले 15 सालों से नीतीश बिहार के सीएम हैं.
इस बार भी जब बिहार (Bihar) विधान सभा चुनाव के नतीजों में बीजेपी NDA एनडीए की सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी. अपने वादे को पूरा करते हुए भाजपा ने नीतीश कुमार को ही मुख्यमंत्री बनाने का ऐलान किया.
ये है नीतीश का सफर
- नीतीश कुमार ने पहली बार वर्ष 2000 में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी.
- उस वक्त बहुमत नहीं होने की वजह से सात दिनों में ही इस्तीफा दे दिया था.
- 2005 में नीतीश कुमार ने भाजपा के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ा और पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई.
- तीसरी बार 2010 में बिहार ने फिर नीतीश के नेतृत्व पर फिर भरोसा किया.
- 2014 में लोकसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन न कर पाने की वजह से नीतीश कुमार ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया और जेडीयू के जीतनराम मांझी को मुख्यमंत्री बनाया. लेकिन बाद में नीतीश से अनबन के कारण जीतनराम मांझी को इस्तीफा देना पड़ा.
- 22 फरवरी 2015 को नीतीश ने चौथी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली
- भाजपा से अलग होने के बाद नीतीश कुमार ने 2015 में लालू की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल के साथ गठबंधन किया
- विधानसभा चुनाव में जीत के बाद 20 नवंबर 2015 को पांचवी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली.
- नीतीश ने राजद का साथ छोड़कर 27 जुलाई 2017 को भाजपा के साथ मिलकर छठी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली.
- 2020 में विधानसभा चुनाव जीतने के बाद नीतीश कुमार सातवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेंगे, जो कि एक रिकॉर्ड है
नीतीश कुमार के बारे में खास बातें
नीतीश कुमार की उम्र फिलहाल 69 लाल है. उनका जन्म 1 मार्च 1951 को बिहार में नालंदा जिले के कल्यानबीघा गांव में हुआ था.
नीतीश के पिता कविराज राम लखन सिंह स्वतंत्रता सेनानी थे. वहीं उनकी मां परमेश्वरी देवी घरेलू महिला थीं.
नीतीश कुमार का घरेलू नाम 'मुन्ना' है. जबकि बिहार की कायापलट करने के कारण उन्हें सुशासन बाबू के नाम भी जाना जाता है.
नीतीश ने बिहार कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग (अब एनआईटी पटना) से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिग्री हासिल की और कुछ समय तक बिहार स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड में काम भी किया.
हालांकि, बाद में नीतीश नौकरी छोड़कर पूरी तरह राजनीति में सक्रिय हो गए. पिछले 15 सालों से मुख्यमंत्री रहने का बावजूद नीतीश कुमार की कुल संपत्ति मात्र 36.46 लाख रुपए है.
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