नई दिल्ली: अयोध्या में बन रहे भगवान श्रीराम के मंदिर के मुद्दे पर कांग्रेस में अब भी उहापोह की स्थिति बनी हुई है. समय समय पर कांग्रेस के मन की बात सामने आ ही जाती है. एक समय श्रीराम को काल्पनिक बताने वाली कांग्रेस समय समय पर अपना स्टैंड बदलती रहती है. ताजा विवाद मंदिर निर्माण को लेकर है.
कांग्रेस में विचारधारा को लेकर मतभेद- मनीष तिवारी
कांग्रेस नेता मनीष तिवारी बड़ी बात कही है. कांग्रेस की छात्र इकाई NSUI की ओर से राम मंदिर निर्माण के लिए राजस्थान में चंदा एकत्र किए जाने की पृष्ठभूमि में पार्टी नेता मनीष तिवारी ने शुक्रवार को कहा कि पार्टी के भीतर विचारधारा से जुड़े कई मुख्य मुद्दों पर चर्चा की जरूरत है. जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर का भूमिपूजन किया था तब भी कई कांग्रेस नेताओं में बेहूदा बयानबाजी की थी. कांग्रेस के अनेक नेता भूमिपूजन के समय और मुहूर्त पर सवाल खड़े कर रहे थे.
NSUI ने राम मंदिर चंदा संग्रह को बताया लूट
गौरतलब है कि NSUI के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन ने कहा कि संगठन की ओर से राम मंदिर के लिए राष्ट्रीय स्तर पर चंदे का संग्रह नहीं किया जा रहा है और NSUI की राजस्थान इकाई ने मंदिर के नाम पर ‘‘भाजपा और आरएसएस की लूट’’ को उजागर करने के लिए चंदा वसूला. नीरज कुंदन ने कहा कि NSUI के प्रमुख के तौर पर मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि राम मंदिर के लिए चंदा एकत्र करने को लेकर हम कोई राष्ट्रीय अभियान नहीं चला रहे हैं.
क्लिक करें- Valentine Special: आम इंसान ने जब फिल्मी अंदाज में अपने प्यार को दिया अंजाम
एनएसयूआई-राजस्थान का अभियान राम मंदिर के नाम पर आरएसएस और भाजपा की ओर से की जा रही संगठित लूट को बेनकाब करने के लिए किया गया प्रतीकात्मक प्रदर्शन था.
कांग्रेस में विचारधारा पर असमंजस
आपको बता दें कि कांग्रेस समय समय पर हिंदुत्व के मुद्दे पर निशाने पर आती रहती है. प्रियंका गांधी और राहुल गांधी चुनावों के समय मंदिरों के चक्कर लगाते हैं जिस पर खद एके एंटनी सवाल उठा चुके हैं. पूर्व केंद्रीय मंत्री तिवारी ने राजस्थान में NSUI की ओर से चंदा वसूले जाने से जुड़ी खबर का हवाला देते हुए ट्वीट किया कि राम मंदिर के लिए एनएसयूआई की ओर से चंदा एकत्र करना इस बात फिर से रेखांकित करता है कि कांग्रेस के भीतर विचाराधा से जुड़े कई मुख्य मुद्दों पर ठोस और वैचारिक चर्चा की जरूरत है.
बाबरी का पक्ष रखकर मुश्किल में आ गये थे कपिल सिब्बल
लोग कहते हैं कि कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने मुसलमानों को खुश करने के लिए अयोध्या मामले में पैरवी की थी, लेकिन उनका पासा उस समय उलटा पड़ गया, जब मुसलमानों की ओर से कहा गया कि कपिल सिब्बल उनके पक्षकार नहीं हैं. भाजपा ने इस मुद्दे को चुनाव में उठाया था. इसके बाद कांग्रेस की खूब बेइज्जती हो गई थी.
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.