सुभाष चंद्र बोस: पराक्रम दिवस से पहले जानिए नेताजी के जीवन के अनछुए पहलू

देश इस साल नेताजी सुभाष चंद्र बोस (Subhas Chandra Bose) की 125वीं जयंती (125th Birth Anniversary) मना रहा है. निर्भीक, निडर, मातृभूमि का प्रेमी, आजादी का मतवाला इन विशेषणों के साथ नेताजी के नाम के आगे जुड़ गया रहस्यमयी. नेताजी का नाम आते ही एक साथ गुलामी-आजादी और कई तरह के राजनीतिक षड्यंत्रों की थ्योरी भी जेहन में घूम जाती है.

Written by - Ravi Ranjan Jha | Last Updated : Jan 20, 2021, 09:20 AM IST
  • सुभाष चंद्र बोस जैसा एकनिष्ठ प्रेमी शायद ही इस धरती पर हुआ हो
  • बोस की जिंदगी में सिर्फ एक ही महिला आई एमिली शेंकल
सुभाष चंद्र बोस: पराक्रम दिवस से पहले जानिए नेताजी के जीवन के अनछुए पहलू

नई दिल्लीः 200 साल की ब्रितानी गुलामी और उसके खिलाफ खड़े किए गए दुनिया के सबसे व्यापक और लंबे स्वतंत्रता संग्राम की जब भी बात होगी एक नाम अनायस ही लोगों के जेहन में आएगा. वो नाम है सुभाष चंद्र बोस (Subhas Chandra Bose). देश के महान स्वतंत्रता सेनानी, आजादी (Independence) के महानायक, वतन पर मर मिटने वाले परवाने सुभाष चंद्र बोस, जिन्हें राष्ट्र नेताजी के नाम से जानता है. भारत (India) के स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास (History) के सुनहरे पन्नों पर जितनी जगह नेताजी को अपनी कीर्ति, देशभक्ति, दूरंदेशिता और विराट व्यक्तित्व की वजह से मिलनी चाहिए, दुर्भाग्य से वह नहीं मिली.

ये भी पढ़ें- स्वामी विवेकानंद: वो महापुरुष जिन्हें 'राजनीति' में सब अपना बता रहे हैं

जिनकी कहानी जानकर सिहर उठेगी रूह

यही वजह है कि समूचा देश नेताजी की जीवन यात्रा से जुड़े कई अनछुए पहलुओं से नावाकिफ है. नेताजी सुभाष चंद्र बोस (Subhas Chandra Bose) की 125वीं जयंती पर उन्हें समर्पित इस सीरीज में कोशिश यही है कि उस महान देशभक्त स्वतंत्रता (Independence) सेनानी के जीवन से जुड़े उन पहलुओं को सामने लाया जाए जिससे आम तौर पर देशवासी अनजान हैं. इस सीरीज में हम आपको कई ऐसी सनसनीखेज जानकारी देंगे जिन्हें जानकर नेताजी के प्रति आपकी श्रद्धा अनन्य हो जाएगी और आपकी रूह तक सिहर उठेगी उठेगी.

ये भी पढ़ें- गोरखपुर के आजाद, आगरा की इशिका समेत 10 को मिलेगा विवेकानंद यूथ अवार्ड, जानिए क्यों

अनूठे व्यक्तित्व का अद्भुत मसीहा

स्वतंत्रता संग्राम के लंबे इतिहास में शायद ही ऐसा कोई शख्स रहा होगा जो नेताजी की तरह बहुमुखी और अप्रमेय प्रतिभा का धनी हो. विलक्षण छात्र, प्रशासनिक दक्षता से संपन्न, निडर फौजी, महान सेनानायक, कुशल राजनेता, स्टेट्समैन और गजब का कूटनीतिज्ञ. इतनी योग्यता एक अकेले इंसान के अंदर कैसे भरी हुई थी इसका जवाब सिर्फ विधाता दे सकता है. इन सब के अलावा एक और अद्भुत गुण था नेताजी के भीतर.

सुभाष चंद्र बोस जैसा एकनिष्ठ प्रेमी शायद ही इस धरती पर हुआ हो. बोस की जिंदगी में सिर्फ एक ही महिला आई एमिली शेंकल. एमिली से उन्होंने बेपनाह मोहब्बत की, उसी से शादी की. तारीख इस बात की गवाह है कि नेताजी की जिंदगी में एमिली शेंकल के अलावा दूसरी कोई महिला नहीं आई.

ये भी पढ़ें- सावित्री बाई फुले, जिनके आगे पानी भरता है Fake Feminism

बचपन से ही फूटने लगी थी बगावत की चिंगारी

नेताजी की जयंती के मौके पर शुरू इस सीरीज में हम आपको विराट व्यक्तित्व के स्वामी सुभाषचंद्र बोस (Subhas Chandra Bose)  के जीवन से जुड़ी हर वो घटना बताएंगे, हर उस सच को उजागर करेंगे जिसे अबतक किसी न किसी वजह से छिपाया गया. उस पर पर्दा डाला गया. हम उनकी मौत के राज़ पर से भी पर्दा हटाएंगे, लेकिन सबसे पहले पलटते हैं उस महान शख्सियत के जीवन से जुड़े शुरुआती पन्नों को. कम ही लोग जानते हैं कि नादानी वाली उम्र में ही सुभाषचंद्र बोस के मन में ब्रितानी हुकूमत के खिलाफ बगावत की चिंगारी फूटने लगी थी. 

पढ़िए आगे की कड़ी- Subhash Chandra Bose, जिन्होंने 10 साल की उम्र में तय कर लिया था अपना जीना-मरना

 

Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.

ट्रेंडिंग न्यूज़