Daily Panchang में जानिए क्या है वृद्धि और सर्वार्थ सिद्ध योग

आज दोपहर 12:25 से 01:05 तक और इसके बाद शाम 06:28 से रात्रि तक. सर्वार्थ सिद्ध योग. इस समय में कोई भी काम करना शुभ फलदायक होता है. 

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Feb 5, 2021, 06:52 AM IST
  • आज दोपहर 12:25 से 01:05 तक और इसके बाद शाम 06:28 से रात्रि तक शुभ मुहूर्त
  • आज सुबह 11:02 से दोपहर 12.12 तक राहुकाल रहेगा, शुभ कार्य करने से बचना चाहिए
Daily Panchang में जानिए क्या है वृद्धि और सर्वार्थ सिद्ध योग

नई दिल्लीः नई दिल्लीः आज शुक्रवार को 5 फरवरी की तारीख आपके लिए नया दिन लेकर आई है. माघ मास को पवित्र माना जाता है, इसके साथ ही इस माह में कई आध्यात्मिक त्योहार भी पुण्य का अवसर देते हैं. आज मां दुर्गा की पूजा का भी विशेष दिन है. इसके अलावा माघ मास गंगा स्नान और ध्यान के लिए भी उचित माह है.

आज अष्टमी और नवमी तिथि है. माघ मास में स्नान दान का बहुत महत्व है. कहा गया है इसका इच्छा अनुसार फल मिलता है. आज सर्वार्थ सिद्ध योग भी है. इस समय में कोई भी काम करना शुभ फलदायक होता है. आज पंचांग में क्या है खास, बता रहे हैं आचार्य विक्रमादित्य-

दिन- शुक्रवार 
मास- माघ मास
तिथि- कृष्ण पक्ष, अष्टमी तिथि (सुबह 10:10 बजे तक, इसके बाद नवमी तिथि है)
आज का नक्षत्रः  विशाखा नक्षत्र, वृद्धि योग

आज का शुभ मुहूर्त
आज दोपहर 12:25 से 01:05 तक और इसके बाद शाम 06:28 से रात्रि तक. सर्वार्थ सिद्ध योग. इस समय में कोई भी काम करना शुभ फलदायक होता है. 
आज का राहुकालः आज सुबह 11:02 से दोपहर 12.12 तक राहुकाल रहेगा. इस दौरान आपको कोई भी शुभ कार्य करने से बचना चाहिए.

जानिए क्या है विशाखा नक्षत्र
विशाखा में जन्मा व्यक्ति प्रभावशाली वचन बोलने वाला, व्यावहारिक, ज्ञान-विज्ञान में अभिरुचि रखने वाला, न्याय निपुण, नेतृत्व करने में सफल और साहसिक कार्यों में रुचि रखता है. इसका प्रतीक प्रवेश द्वार, रंग सुनहरा, अक्षर झ, देवता अग्नि, इंद्र, नक्षत्र स्वामी गुरु और राशि स्वामी शुक्र, मंगल हैं. नक्षत्र मंडल में विशाखा का नंबर 16वां है. 'विशाखा' का अर्थ होता है विभाजित शाखा. विशाखा नक्षत्र वाले लोग अपने लक्ष्य को पाने के लिए पागलपन की हद तक जा सकते हैं. 

सर्वार्थ सिद्ध योग
सर्वार्थ सिद्धि योग एक अत्यंत शुभ योग है जो निश्चित वार और निश्चित नक्षत्र के संयोग से बनता है. यह योग एक बहुत ही शुभ समय है जो कि नक्षत्र वार की स्थिति के आधार पर गणना किया जाता है, यह योग सभी इच्छाओं तथा मनोकामनाओं को पूरा करने वाला माना जाता है. इस शुभ योग में शुभ कार्य आरंभ किए जा सकते हैं, हालांकि कुछ कार्य वर्जित भी होते हैं. 

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