भारतीय खिलाड़ियों के वो 5 रिकॉर्ड जिसे तोड़ पाना है लगभग असंभव, जानकर रह जायेंगे हैरान

क्रिकेट की दुनिया में एक कहावत है कि रिकॉर्ड तो टूटने के लिये ही बनते हैं. भारत ने 1932 में अपना पहला अंतर्राष्ट्रीय मैच खेला था और तब से लेकर अब तक के सफर में उसने कई रिकॉर्ड बनाये और तोड़े हैं. भारतीय खिलाड़ियों ने दुनिया भर में अपना दबदबा बनाया है और रिकॉर्ड्स की झड़ी लगा दी है.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jul 14, 2022, 10:08 AM IST
  • इन क्रिकेटर्स के लिये नहीं बनी है 'रिकॉर्ड तो टूटने के लिये ही बनते हैं' ये कहावत
  • टेस्ट क्रिकेट में लगातार सबसे ज्यादा मेडेन ओवर फेंकने का रिकॉर्ड
भारतीय खिलाड़ियों के वो 5 रिकॉर्ड जिसे तोड़ पाना है लगभग असंभव, जानकर रह जायेंगे हैरान

नई दिल्ली: क्रिकेट की दुनिया में एक कहावत है कि रिकॉर्ड तो टूटने के लिये ही बनते हैं. भारत ने 1932 में अपना पहला अंतर्राष्ट्रीय मैच खेला था और तब से लेकर अब तक के सफर में उसने कई रिकॉर्ड बनाये और तोड़े हैं. भारतीय खिलाड़ियों ने दुनिया भर में अपना दबदबा बनाया है और रिकॉर्ड्स की झड़ी लगा दी है. युवराज सिंह के एक ओवर में 6 छक्कों से लेकर विराट कोहली के सबसे तेज 10 हजार रन पूरा करने की बात करें तो हमने खेल के सभी प्रारूपों में असंख्य रिकॉर्ड बनते और टूटते देखें हैं.

हालांकि कुछ ऐसे रिकॉर्ड भी है जिनके लिये 'रिकॉर्ड तो टूटने के लिये ही बनते हैं' यह कहावत नहीं बनी है. इसी बात को ध्यान में रखते हुए आइये एक नजर भारतीय खिलाड़ियों के उन 5 रिकॉर्ड्स पर डालते हैं जिन्हें तोड़ना लगभग असंभव है. 

टेस्ट क्रिकेट में लगातार सबसे ज्यादा मेडेन ओवर फेंकने का रिकॉर्ड

टेस्ट क्रिकेट में लगातार सबसे ज्यादा मेडेन ओवर फेंकने का रिकॉर्ड भारत के बापू नंदकरणी के नाम है. 60 के दशक में भारतीय टीम के लिये खेले इस क्रिकेटर के बारे में मौजूदा समय के बहुत कम लोग ही जानते हैं. वह भारतीय क्रिकेट के सबसे किफायती गेंदबाज के रूप में जाने जाते हैं. बापू नंदकरणी ने इंग्लैंड के खिलाफ 12 जनवरी 1964 को खेले गये मैच में अपना डेब्यू करते हुए टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा मेडेन ओवर फेंकने का रिकॉर्ड बनाया. वह मद्रास में खेले गये इस मैच में भले ही कोई विकेट हासिल करने में नाकाम रहे हों लेकिन उन्होंने इस दौरान लगातार 21 ओवर्स मेडेन गेंदबाजी की. मौजूदा क्रिकेट में यह कारनामा दोबारा होते हुए देख पाना भी एक चमत्कार ही होगा.

टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा गेंद खेलने का रिकॉर्ड

टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा गेंद खेलने का रिकॉर्ड पूर्व भारतीय कप्तान और मौजूदा हेड कोच राहुल द्रविड़ के नाम है जिन्होंने अपने 16 साल के लंबे करियर के दौरान  टेस्ट क्रिकेट में 31, 258 गेंदों का सामना किया था. द्रविड़ ने यह उपलब्धि 164 मैचों के दौरान हासिल की थी. इस लिस्ट में राहुल द्रविड़ के बाद मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर (29, 437 गेंद) का नाम दूसरे पायदान पर है. द्रविड़ ने अपने करियर के दौरान 44152 मिनट (लगभग 736 घंटे) बिताये हैं जो कि अपने आप में एक वर्ल्ड रिकॉर्ड है और इसका टूट पाना भी असंभव ही लग रहा है.

अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा स्टंपिंग का रिकॉर्ड

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के नाम अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा स्टंपिंग करने का रिकॉर्ड बनाया है. अपने 15 साल के करियर के दौरान धोनी ने 1.363 की औसत से 195 स्टंपिंग्स की थी. इसमें 38 टेस्ट, 123 वनडे और 34 टी20 स्टंपिंग के विकेट शामिल हैं. इस लिस्ट में श्रीलंका के कुमार संगाकारा 139 स्टंपिंग के साथ दूसरे पायदान पर काबिज हैं और मौजूदा समय में दूर-दूर तक कोई विकेटकीपर धोनी के आस-पास भी नजर नहीं आता है.

अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में शतकों का शतक

क्रिकेट के भगवान माने जाने वाले मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने अपने 24 साल के करियर के 100 अंतर्राष्ट्रीय शतक लगाने का कारनामा किया है. इस दौरान उन्होंने 51 टेस्ट और 49 वनडे शतक लगाये हैं. वहीं सबसे ज्यादा अंतर्राष्ट्रीय शतक लगाने की इस लिस्ट में रिकी पोंटिंग (71 शतक) और विराट कोहली (70 शतक) का नाम शामिल है. माना जा रहा था कि भारतीय टीम के पूर्व कप्तान विराट कोहली सबसे ज्यादा शतक लगाने के मामले में सचिन तेंदुलकर का रिकॉर्ड तोड़ देंगे. हालांकि नवंबर 2019 के बाद से विराट कोहली 70 शतक पर फंस गये हैं और लंबे समय से फॉर्म से भी जूझ रहे हैं. ऐसे में उनके करियर में बचे हुए दिनों को देखते हुए यह कहना गलत नहीं होगा कि वो 31 शतक लगाकर सचिन तेंदुलकर के रिकॉर्ड को तोड़ पायेंगे.

वनडे क्रिकेट की एक पारी में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड

वनडे क्रिकेट की एक पारी में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा के नाम है जिन्होंने श्रीलंका के खिलाफ 2014 में 264 रनों की पारी खेली थी. इस मैच में उन्हें महज 4 रन के स्कोर पर जीवनदान मिला था जिसके बाद उन्होंने 33 चौके और 9 छक्के लगाकर 260 रन जोड़ डाले. वनडे क्रिकेट में उनकी इस पारी के सबसे करीब न्यूजीलैंड के मार्टिन गप्टिल ही पहुंच पाये थे जिन्होंने 243 रनों की पारी खेली थी लेकिन वो भी इस रिकॉर्ड को तोड़ नहीं सके.

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