ICC ने जारी किए WTC फाइनल के नियम, जानिये ड्रॉ होने पर कौन बनेगा चैंपियन?

भारत और न्यूजीलैंड के बीच वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल भारत और न्यूजीलैंड के बीच 18 जून से 22 जून तक साउथैम्प्टन में खेला जाएगा. 

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : May 28, 2021, 07:06 PM IST
  • फाइनल के लिये एक रिज़र्व डे
  • जानिये फाइनल ड्रॉ होने पर किसे मिलेगी ट्रॉफी
ICC ने जारी किए WTC फाइनल के नियम, जानिये ड्रॉ होने पर कौन बनेगा चैंपियन?

नई दिल्ली: अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के लिए अंतिम नियमों की घोषणा कर दी है. इस ऐतिहासिक मुकाबले के लिए निष्पक्ष और निर्विवादित नियमों का होना बहुत जरूरी है और दोनों टीमें इनका बेसब्री से इंतजार कर रही थीं.

जानिये फाइनल ड्रॉ होने पर किसे मिलेगी ट्रॉफी

भारत और न्यूजीलैंड के बीच वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल भारत और न्यूजीलैंड के बीच 18 जून से 22 जून तक साउथैम्प्टन में खेला जाएगा. क्रिकेट फैंस को इसके कई नियमों का इंतजार था. जैसे इस मैच के ड्रॉ या टाई होने पर भारत और न्यूजीलैंड में से किसे विजेता बनाया जाएगा.

अब आईसीसी ने कहा है कि फाइनल मैच ड्रॉ या टाई होने पर भारत और न्यूजीलैंड को संयुक्त विजेता घोषित किया जाएगा. इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने इसकी जानकारी दी.  इसे लेकर लंबे समय से लोगों में उत्सुकता थी.

फाइनल के लिये एक रिज़र्व डे

23 जून को फाइनल मैच के  रिजर्व डे के तौर पर रखा गया है. आईसीसी ने बताया कि दोनों टीमों के बीच फाइनल मैच के नियमित दिनों में जो समय का नुकसान होगा. उसकी भरपाई के लिए रिजर्व डे होगा. रिजर्व डे पर मैच तभी खेला जाएगा जब पांचों नियमित दिन में भी बर्बाद हुए समय की भरपाई नहीं हो सकेगी.

इसमें मैच के शुरू होने और खत्म होने का समय भी है. हालांकि पांच दिनों मे खेल का परिणाम घोषित होने पर भी रिजर्व डे का इस्तेमाल नहीं होगा. मैच रेफरी दोनों टीमों के बर्बाद हुए समय की नियमित अपडेट देगा.

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भारत की टीम 2 जून को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल मैच खेलने के लिए इंग्लैंड रवाना होगी. इस दौरे में जाने वाले खिलाड़ी अभी मुंबई के होटल में क्वारंटाइन हैं.

रेफरल को लेकर ICC का बड़ा निर्देश

टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में इंटरनेशनल क्रिकेट प्लेइंग कंडीशन्स में हुए बदलाव भी देखने को मिलेंगे. इसमें टीवी अंपायर द्वारा रियल टाइम में शॉर्ट रन की जांच करना, एलबीडब्ल्यू रेफरल के लिए बढ़ाई गई मार्जिन को ऊंचाई शामिल है. 

इसके अलावा फील्डिंग करने वाली टीम के कप्तान या आउट दिया गया बल्लेबाज भी अंपायर से पुष्टि कर सकता है कि क्या एलबीडब्ल्यू के लिए खिलाड़ी के रेफरल लेने के फैसले से पहले गेंद को खेलने का वास्तविक प्रयास किया गया है.

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