नई दिल्ली: सुरेश रैना, प्रवीण कुमार, भुवनेश्वर कुमार, आर पी सिंह और कुलदीप यादव जैसे कई खिलाड़ी आईपीएल में उत्तरप्रदेश का परचम लहरा चुके हैं और कुछ लहरा भी रहे हैं. लेकिन लगता है कि धीरे-धीरे क्रिकेट के मैदान पर उत्तर प्रदेश के खिलाड़ियों की चमक कम हो रही है.इसकी मिसाल गुरुवार को चेन्नई में आईपीएल 2021 के लिए हुई नीलामी में हुई जहां वर्तमान में उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन यानी यूपीसीए के टैग के साथ नीलामी में उतरने वाले एक भी खिलाड़ी को खरीदार नहीं मिला.
अनुभवी अंकित राजपूत के हाथ लगी निराशा
आईपीएल में नीलामी के लिए 292 खिलाड़ियों जो अंतिम सूची बनी थी उसमें 7 खिलाड़ी उत्तर प्रदेश के थे लेकिन ये सातों खिलाड़ी नीलामी से बेरंग वापस लौट आए.इस सूची में शामिल खिलाड़ियों में सबसे अनुभवी अनुभवी तेज गेंदबाज अंकित राजपूत थे जो आईपीएल में 6 सीजन खेल चुके हैं. और इस दौरान 29 मैच में 24 विकेट झटक चुके हैं. लेकिन राजस्थान रॉयल्स के रिलीज करने के बाद 27 साल के इस गेंदबाज को खरीदार नहीं मिला.
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अंडर-19 के पूर्व कप्तान पर नहीं गया किसी का ध्यान
इसी तरह अंडर-19 टीम के कप्तान रह चुके विकेटकीपर बल्लेबाज ध्रुव जुरेल पर भी किसी टीम ने बोली नहीं लगाई. ऑलराउंडर अक्षदीप नाथ और करन शर्मा भी अपनी बारी का इंतजार करते रह गए. वहीं 21 साल के लेग स्पिनर जीशान अंसारी भी बगैर बिके रह गए. 19 वर्षीय विकेटकीपर आर्यन जुरेल और 22 साल के संदीप कुमार को भी कोई खरीदार नहीं मिला.
पीयूष को मिला मुंबई का साथ
हालांकि अलीगढ़ के रहने वाले पीयूष चावला को मुंबई इंडियन्स ने अपनी टीम में शामिल किया है. पीयूष इन दिनों यूपी की बजाय गुजरात की ओर से घरेलू क्रिकेट खेल रहे हैं ऐसे में उत्तर प्रदेश उनको भी अपने यहां का खिलाड़ी तकनीकी तौर पर नहीं बता सकता. पिछले सीजन 6.75 करोड़ में बिकने वाले पीयूष को अपनी टीम में शामिल करने के लिए मुंबई ने 2.4 करोड़ रुपये खर्च किए. उनका बेस प्राइज इस बार 50 लाख रुपये था.
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