'सफल कप्तान' एमएस धोनी के ये शर्मनाक रिकॉर्ड उन्हें साबित करते हैं फिसड्डी, अब तक आप होंगे अनजान

महेंद्र सिंह धोनी ने 90 टेस्ट खेले लेकिन उनका एशिया के बाहर एक भी शतक नहीं है. उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में कुल 5 शतक लगाए लेकिन सभी भारतीय उप महाद्वीप में. उन्होंने एशिया से बाहर 39 टेस्ट मैच खेले. दूसरी तरफ रिषभ पंत इतनी कम उम्र में ही इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका में शतक ठोक चुके हैं.  

Written by - Adarsh Dixit | Last Updated : Jun 30, 2022, 04:55 PM IST
  • सबसे ज्यादा टेस्ट हारने वाले दूसरे भारतीय
  • बांग्लादेश में वनडे सीरीज हारने वाले इकलौते कप्तान
'सफल कप्तान' एमएस धोनी के ये शर्मनाक रिकॉर्ड उन्हें साबित करते हैं फिसड्डी, अब तक आप होंगे अनजान

नई दिल्ली: टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के नाम कई विश्व कीर्तिमान दर्ज हैं. उन्होंने भारत को वनडे वर्ल्डकप, टी20 वर्ल्डकप और चैंपियंस ट्रॉफी में विजेता बनाया है. इसके बावजूद उनके नाम कई ऐसे शर्मनाक और अनचाहे रिकॉर्ड भी हैं जिनके बारे में कम लोग ही जानते हैं.

2001 के बाद से सबसे स्लो फिफ्टी बनाने वाले भारतीय

महेंद्र सिंह धोनी को दुनिया का बेस्ट फिनिशर माना जाता था लेकिन उनके नाम एक बेहद शर्मनाक रिकॉर्ड है. उन्होंने 2017 में एंटीगा के मैदान पर वेस्टइंडीज के खिलाफ भारतीय इतिहास की दूसरी सबसे स्लो फिफ्टी जड़ी. उन्होंने 108 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा किया था. इसके बाद धोनी भारत को मैच भी नहीं जिता सके और महज 190 रन का लक्ष्य टीम इंडिया हासिल नहीं कर सकी. इस हार के बाद पूरे देश में फैंस का गुस्सा धोनी पर फूट पड़ा था. धोनी ने 114 गेंदों का सामना करके 54 रनों की बेहद धीमी पारी खेली.

2001 के बाद से किसी भी भारतीय बल्लेबाज द्वारा सबसे धीमी फिफ्टी जड़ने का अनचाहा और कंलिकत रिकॉर्ड धोनी के नाम दर्ज हो गया जो अब तक बरकरार है.

लगातार 4 टेस्ट सीरीज हारने वाले इकलौते भारतीय कप्तान

विदेशी धरती पर लगातार 4 सीरीज हारने का अनचाहा रिकॉर्ड भी धोनी के नाम है. धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया 2013 में पहले न्यूजीलैंड से 0-1 से, इंग्लैंड से 1-3 से, दक्षिण अफ्रीका से 0-1 से और 0-2 से ऑस्ट्रेलिया से लगातार हारी. धोनी की कप्तानी में भारत को 2011 में इंग्लैंड से 0-4 और फिर ऑस्ट्रेलिया से भी 0-4 से शिकस्त झोलनी पड़ी थी.

सबसे ज्यादा टेस्ट हारने वाले दूसरे भारतीय

एमएस धोनी को भले ही सबसे सफल कप्तान कहा जाता है लेकिन भारतीय टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में वे सबसे ज्यादा मैच हारने वाले दूसरे भारतीय हैं. पहले नंबर पर मंसूर अली खान पटौदी हैं. उनकी कप्तानी भारत को 19 टेस्ट हारने पड़े जबकि धोनी की कप्तानी में 18 टेस्ट मैचों में शिकस्त मिली.

धोनी ने कुल 60 टेस्ट में कप्तान की जिसमें उन्हें 27 में जीत और 18 में हार मिली. सबसे सफल टेस्ट कप्तान विराट कोहली हैं. उन्होंने 68 टेस्ट में कप्तानी की और उनके विनिंग परसेंटेज 58 फीसद है.

बांग्लादेश में वनडे सीरीज हारने वाले इकलौते कप्तान

एमएस धोनी की कप्तानी में भारत को अपने क्रिकेट इतिहास की सबसे शर्मनाक हार का मुंह देखना पड़ा. भारत बांग्लादेश के हाथों वनडे में कभी श्रंखला नहीं हारा लेकिन 2015 में टीम इंडिया को माही की कप्तानी में 1-2 से शिकस्त झेलनी पड़ी थी.

एशिया के बाहर धोनी का एक भी शतक नहीं

महेंद्र सिंह धोनी ने 90 टेस्ट खेले लेकिन उनका एशिया के बाहर एक भी शतक नहीं है. उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में कुल 5 शतक लगाए लेकिन सभी भारतीय उप महाद्वीप में. उन्होंने एशिया से बाहर 39 टेस्ट मैच खेले. दूसरी तरफ रिषभ पंत इतनी कम उम्र में ही इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका में शतक ठोक चुके हैं.

यह भी पढ़ें: IND vs IRE: दीपक हुड्डा और सैमसन की तूफानी पारी, आयरलैंड को मिला 226 रन का लक्ष्य

 

Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.

 

ट्रेंडिंग न्यूज़